सार
हाल ही में #boycottbollywood और #boycottlaalsinghchaddha जैसे कई हैशटैग सोशल मीडिया पर वायरल रहे। माना जा रहा है कि आमिर खान की हालिया रिलीज फिल्म भी इन बॉयकॉट कॉल्स की वजह से फ्लॉप हो गई। पर किसी भी फिल्म के फ्लॉप होने का सिर्फ एक कारण नहीं होता इसलिए एशियानेट न्यूज ने ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श से एक्सक्लूसिव बातचीत करके जाने इस फिल्म के फ्लॉप होने के 5 बड़े कारण...
एंटरटेनमेंट डेस्क. आमिर खान और करीना कपूर खान स्टारर फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' ने बॉक्स ऑफिस पर बेहद ही खराब प्रदर्शन किया है। त्योहार और छुट्टियां होने के बावजूद इस फिल्म का 5 दिनों का कलेक्शन खुद आमिर की ही फिल्म 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' के फर्स्ट डे कलेक्शन से भी कम है। जहां 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' ने पहले ही दिन 52.25 करोड़ रुपए कमाए थे, वहीं 'लाल सिंह चड्ढा' ने अब तक 5 दिनों में सिर्फ 45.83 करोड़ का ही कलेक्शन किया है। वैसे तो इस फिल्म के फ्लॉप होने के कई बड़े कारण हैं पर इस खबर में ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श के नजरिए से जानिए कि फिल्म के फ्लॉप होने के 5 मुख्य कारण क्या रहे...
पहली वजह: पहले ही दिन से धीमी थी रफ्तार
इस फिल्म से फिल्म इंडस्ट्री को बेशुमार उम्मीदें थीं क्योंकि आमिर खान ने हमेशा अपनी फिल्मों से एक बेंचमार्क सेट किया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि यह फिल्म कुछ कमाल दिखाएगी और लंबे से बॉलीवुड जो एक नाजुक दौर से गुजर रहा है उसको आमिर इस फिल्म के जरिए ठीक कर देंगे। हालांकि, ऐसा हुआ नहीं और फिल्म पूरी तरह से नाकामयाब रही है। इसने पहले दिन से ही रफ्तार नहीं पकड़ी, जैसा आमतौर पर आमिर की फिल्मों के साथ होता है कि उनकी फिल्मों को ग्रैंड ओपनिंग मिलती हैं। डे-वाइज कलेक्शन भी देखें तो छुट्टियों के बावजूद भी कलेक्शन में कोई बढ़ोत्तरी नहीं दिखी। तो पहला मुख्य कारण तो यही है कि फिल्म सभी की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी।
दूसरी वजह: फिल्म के कंटेंट में दम नहीं, बोर करता है सेकंड हाफ
दूसरी वजह मैं मानता हूं कि फिल्म का कंटेंट लोगों को खास पसंद नहीं आ रहा है। खासतौर से सेकंड हाफ में फिल्म कई लोगों को बोर कर रही है। ऐसे में देखा जाए तो कहीं न कहीं इस बार कंटेंट के मामले में आमिर खान का निशाना चूक गया है।
तीसरी वजह: बायकॉट कॉल
बायकॉट कॉल से थोड़ा बहुत फर्क तो पड़ा ही फिल्म को, ऊपर से कंटेंट भी वीक रहा तो यह फर्क और ज्यादा बढ़ गया। यहां में दो बातें स्पष्ट करना चाहूंगा कि बेशक आमिर का पहले भी कई कारणों से बायकॉट किया गया है पर इस बार सोशल मीडिया उनके खिलाफ कुछ ज्यादा ही आवाजें सुनने को मिलीं। दूसरी तरफ जब आपकी फिल्म थोड़ी कमजोर होती है तो एग्जाम्स, क्रिकेट मैच और बायकॉट कॉल्स ज्यादा असर डालते हैं। इसी वजह से बायकॉट कॉल से ज्यादा असर पड़ा। बायकॉट के बीच ही आमिर की 'दंगल' और 'पीके' भी रिलीज हुई थीं पर वो चलीं क्योंकि उनका कंटेंट लोगों को पसंद आया।
चौथी वजह: विवादित बयानबाजी
पब्लिक ने इस फिल्म को काफी एग्रेसिव तौर पर नकारा क्योंकि आमिर खान और करीना कपूर खान ने कई ऐसी बातें बोलीं हैं जिससे लोगों के दिलों को ठेस पहुंची है। इसलिए यह विरोध और बड़े तौर पर हुआ।
पांचवी वजह: ओरिजनल कंटेंट न होना
चूंकि यह फिल्म 'फॉरेस्ट गम्प' का रीमेक है। ऐसे में जो लोग ओरिजनल फिल्म देख चुके हैं वो या तो इस फिल्म को देखने में इंट्रेस्टेड नहीं हैं या फिर वो दोनों फिल्मों की तुलना कर रहे हैं।
कंटेंट बेहतर करें और विवादों से भी बचें
तरण आदर्श के मुताबिक जब तक बॉलीवुड की फिल्में कंटेंट पर फोकस नहीं करेंगी तब तक ये हालात नहीं सुधरेंगे। साउथ की हर एक फिल्म कुछ नया कंटेंट लेकर आ रही है इसलिए हिट हो रही है। वो लार्जर दैन लाइफ और फुल एंटरटेनिंग फिल्में बनाते हैं। उनकी फिल्में कल्चर से जुड़ी हुई होती हैं जो उनकी खासियत है। ऐसे में उन पर बायकॉट का असर नहीं पड़ता। तरण कहते हैं कि बॉलीवुड फिल्ममेकर्स और एक्टर्स को कंटेंट पर ध्यान देने के साथ-साथ विवादित बयान देने से भी बचना चाहिए।
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