सार
अमिताभ बच्चन को 2021 एफआईएएफ अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। बता दें कि बिग बी ऐसे पहले भारतीय है जिन्हें यह अवॉर्ड दिया जा रहा है। उनको फेडरेशन ऑफ फिल्म आर्काइव्स से जुड़ हुए फइल्म हैरिटेज फाउंडेशन ने नॉमिनेट किया था। 19 मार्च को एक वर्चुअल इवेंट आयोजित किया जाएगा और इसी इवेंट में यह अवॉर्ड अमिताभ को दिया जाएगा। उनको यह अवॉर्ड वर्ल्ड फिल्म हेरिटेज के संरक्षण में उनके समर्पण और योगदान के लिए दिया जाएगा।
मुंबई. अमिताभ बच्चन (amitabh bachchan) को उनके बेहतरीन काम के लिए हमेशा अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है। बिग बी को अब एक और इंटरनेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। 19 मार्च को होने वाले एक वर्चुअल शोकेस में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म आर्काइव्स (एफआईएएफ) द्वारा 2021 एफआईएएफ अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। बता दें कि बिग बी ऐसे पहले भारतीय है जिन्हें यह अवॉर्ड दिया जा रहा है। बिग बी को इस अवॉर्ड से हॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर क्रिस्टोफर नोलन और मार्टिन स्कॉसीजी सम्मानित करेंगे। अवॉर्ड को लेकर अमिताभ ने अपनी खुशी भी जाहिर की है।
अमिताभ ने कहा- मैं बेहद आभारी हूं कि मुझे ऐसे काम के लिए यह अवॉर्ड दिया जा रहा है जिसके लिए मैं बेहद प्रतिबद्ध हूं। जब मुझे फिल्म हैरिटेज फाउंडेशन का एम्बेसडर बनाया गया था तब मुझे महसूस हुआ कि हमारी बहुमूल्य फिल्मों को हम किस तरह नजरअंदाज कर रहे हैं और वह खत्म होती जा रही हैं। तुरंत इस पर काम किए जाने के लिए मैंने अपने प्रयास शुरू कर दिए।
अमिताभ को फेडरेशन ऑफ फिल्म आर्काइव्स से जुड़ हुए फइल्म हैरिटेज फाउंडेशन ने नॉमिनेट किया था। 19 मार्च को एक वर्चुअल इवेंट आयोजित किया जाएगा और इसी इवेंट में यह अवॉर्ड अमिताभ को दिया जाएगा। उनको यह अवॉर्ड वर्ल्ड फिल्म हेरिटेज के संरक्षण में उनके समर्पण और योगदान के लिए दिया जाएगा। वर्कफ्रेंट की बात करें तो वे इन दिनों कई फिल्मों शूटिंग में बिजी हैं। इस साल अमिताभ की दो फिल्मों झुंड और चेहरे की रिलीज डेट घोषित कर दी गई है, जो सिनेमाघरों में रिलीज होंगी। वहीं अयान मुखर्जी के निर्देशन में बनी फिल्म ब्रह्मास्त्र की रिलीज डेट घोषित होना बाकी है।
क्या है FIAF
एफआईएएफ, फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन है, जो फिल्म निमार्ता और आर्काइविस्ट शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर द्वारा स्थापित एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो भारत की फिल्मी विरासत के संरक्षण, रेस्टोरेशन, प्रलेखन, प्रदर्शनी और अध्ययन के लिए काम करती है। इसकी स्थापना 2005 में की गई। संगठन इस फील्ड में काम करने वाले लोगों को सम्मनित करती है।