सार
महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के दो साधुओं समेत तीन लोगों की भीड़ के द्वारा पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना का सोशल मीडिया पर वीडियो भी सामने आया था, जिसे देखने के बाद लोग बुरी तरह भड़क गए।
मुंबई. महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के दो साधुओं समेत तीन लोगों की भीड़ के द्वारा पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना का सोशल मीडिया पर वीडियो भी सामने आया था, जिसे देखने के बाद लोग बुरी तरह भड़क गए। बॉलीवुड सेलेब्स भी इस घटना को लेकर गुस्से में हैं और कड़ी निंदा कर रहे हैं। ऐसे में गीतकार जावेद अख्तर ने इसकी निंदा करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
जावेद अख्तर ने किया ये ट्वीट
जावेद अख्तर ने ट्विटर पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा, 'जो लोग दो साधुओं और उनके चालक की लिंचिंग के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाना चाहिए। सभ्य समाज में बर्बर और जघन्य अपराध के लिए किसी भी तरह की सहनशीलता नहीं होनी चाहिए।' इसके साथ ही सोशल मीडिया पर कई बॉलीवुड स्टार्स मामले को लेकर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और अपनी बात रख रहे हैं।
फरहान अख्तर ने किया ट्वीट
जावेद अख्तर के बेटे और एक्टर फरहान अख्तर ने इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा, 'इस हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं, जिसने पालघर में 3 लोगों की जान ले ली। उपद्रवी भीड़ की समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिए और मुझे आशा है कि हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया गया है और न्याय भी जल्द से जल्द किया जाएगा।'
अशोक पंडित ने की पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग
अशोक पंडित ने मामले को छिपाने को लेकर नाराजगी जताई है और उन्होंने ट्वीट किया, 'पालघर की घटना को तीन दिन तक क्यों छिपाया गया? इतनी भारी भीड़ द्वारा इस तरह के भीषण हमले को पालघर की पुलिस कैसे देखती रही? सभी सीनियर पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया जाना चाहिए और जांच के लिए एक नई टीम नियुक्त की जानी चाहिए।'
भड़के अनुपम खेर
अनुपम खेर ने भी इस मामले की निंदा करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'पालघर में तीन साधुओं की मॉब लिंचिंग होना काफी दुखी और भयभीत करने वाला है। आखिर तक वीडियो नहीं देख पाया। ये क्या हो रहा है? क्यों हो रहा है। मानवता का जघन्य अपराध है ये।'
बता दें, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए ग्रामीणों और 110 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जिनमें से 101 को 30 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। हालांकि, इसमें नौ नाबालिगों को एक किशोर आश्रय गृह में भेज दिया गया है। इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र सरकार से रिपोर्ट मांगी है।