सार
गुलशन कुमार मर्डर केस में बॉम्बे हाईकोर्ट ने गुरुवार को फैसला सुना दिया है। हाईकोर्ट ने रऊफ मर्चेंट की सजा को बरकरार रखा है। उसे सेशन कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी। बता दें कि टी-सीरीज के मालिक गुलशन कुमार की 12 अगस्त, 1997 को जूहू इलाके में हत्या कर दी गई थी।
मुंबई. गुलशन कुमार (Gulshan Kumar) मर्डर केस में बॉम्बे हाईकोर्ट ने गुरुवार को फैसला सुना दिया है। हाईकोर्ट ने रऊफ मर्चेंट की सजा को बरकरार रखा है। उसे सेशन कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी। हाईकोर्ट ने कहा कि रऊफ किसी तरह की दया का हकदार नहीं है क्योंकि वो पहले भी पैरोल के बहाने बांग्लादेश भाग गया था। वहीं, प्रोड्यूसर रमेश तौरानी को मामले में बरी कर दिया गया है। कोर्ट को उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं। इसीलिए तौरानी के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की याचिका को खारिज कर दिया गया गुलशन कुमार मर्डर केस में एक अन्य आरोपी अब्दुल राशिद को बॉम्बे हाईकोर्ट ने दोषी ठहराया है। उसे पहले सेशन कोर्ट ने बरी कर दिया था। दाऊद के गुर्गे अब्दुल रशीद को बॉम्बे हाईकोर्ट ने दोषी ठहराए हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
24 साल पहले हुई थी हत्या
बता दें कि टी-सीरीज के मालिक गुलशन कुमार की 12 अगस्त, 1997 को जूहू इलाके में हत्या कर दी गई थी। घटना को अंजाम बदमाशों ने तब दिया जब वे रोज की तरह पश्चिमी मुंबई के अंधेरी इलाके में स्थित जीतेश्वर महादेव मंदिर में पूजकर बाहर निकले थे। तभी मंदिर के बाहर उनके शरीर को 16 गोलियों से छलनी कर दिया गया था। कहा जाता है कि संगीतकार नदीम सैफी के इशारों पर गुलशन कुमार की हत्या की गई थी। इतना ही मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसके लिए उन्होंने अंडरवर्ल्ड का सहारा लिया था। हालांकि, नदीम ने खुद र लगे इन इल्जामों को हमेशा खारिज किया।
मांगे थे 10 करोड़ रुपए
एस हुसैन जैदी की किताब My name is abu salem में इस बात जिक्र है कि अबु सलेम ने टी-सीरीज के मालिक गुलशन कुमार से 10 करोड़ रुपए की मांग की थी। गुलशन कुमार ने ये रकम देने से मना कर दिया था, जिसके बाद जीतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जानकारी के मुताबिक गुलशन कुमार ने ये रकम देने से मना करते हुए कहा था कि इतने रुपए देकर वो मां वैष्णो देवी में भंडारा कराएंगे। इस बात पर नाराज हो सलेम ने शूटर राजा के जरिए गुलशन कुमार की दिन-दहाड़े हत्या करवा दी थी।
ऐसे बने थे कैसेट किंग
कैसेट किंग के नाम से मशहूर टीसीरीज कंपनी के मालिक गुलशन कुमार की कहानी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। उनका संगीत या बिजनेस से कोई लेना-देना नहीं था। एक वक्त ऐसा था जब वो अपने पिता के साथ दिल्ली के दरियागंज में जूस की दुकान चलाते थे। उनकी किस्मत पलटी और वो जूस मेकर से कैसेट किंग बन गए।