सार
बॉलीवुड के कई कालजयी गीतों के लेखक (lyricist) नासिर फ़राज़ का निधन हो गया। नासिर फ़राज़ ने वर्ष 2010 में रिलीज हुई फिल्म काइट़्स(Kites) के सुपरहिट दो सांग-'दिल क्यों ये मेरा शोर करे' और 'जिंदगी दो पल की' के अलावा कृष और बाजीराव मस्तानी जैसी फिल्मों के लिए गीत लिखे थे।
बॉलीवुड डेस्क. बॉलीवुड के लिए कई कालजयी गीतों के लेखक(lyricist) नासिर फ़राज़ का निधन हो गया। नासिर फ़राज़ ने वर्ष 2010 में रिलीज हुई फिल्म काइट़्स(Kites) के सुपरहिट दो सांग-'दिल क्यों मेरा शोर करे' और 'जिंदगी दो पल की' लिखे थे, जिन्हें आवाज दी थी जून, 2022 में दिवंगत मशहूर गायक कृष्ण कुमार कुन्नाथ उर्फ केके ने। फ़राज़ ने बाजीराव मस्तानी, कृष और काबिल जैसी फिल्मों के लिए भी गीत लिखे थे।
नासिर फ़राज़ के मित्र और जाने-माने सिंगर मुज्तबा अजीज नाजा ने asianetnews हिंदी को बताया कि वे हार्ट संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे। 7 साल पहले उनकी सर्जरी भी हुई थी। रविवार शाम उन्हें सीने में दर्द उठा। लेकिन वे अस्पताल नहीं गए। शाम करीब 6 बजे उनका निधन हो गया। मुंबई के नालासोपारा कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्दे खाक किया गया।
सिंगर मुज्तबा अजीज नाजा ने फेसबुक पोस्ट पर दी जानकारी
नासिर फ़राज़ के निधन की जानकारी जाने-माने कव्वाल और प्लेबैक सिंगर मुज्तबा अजीज नाजा(Mujtaba Aziz Naza) ने अपने फेसबुक पेज के जरिये दी। उन्होंने लिखा-आज नासिर फ़राज़ साहेब हमारे बीच नहीं रहे। उनकी पहचान इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के माने हुए गीतकारों में होती है। मेरे नासिर साहेब से 12 साल की शनासाई (परिचय) थी। हमने बाजीराव मस्तानी-2015 और हेमोलिम्फ 2022(2022 jaise films mein Ek saath yaadgar Kaam kiya) जैसी फिल्मों में एक साथ यादगार काम किया। मेरे लिए वो एक बुजुर्ग होने के अलावा मेरे दोस्त और हमदर्द भी थे। इंसान की जिंदगी में कुछ ऐसी शक्तियां होती हैं, जिनसे हम लड़ते-झगड़ते भी हैं और उनके रूठ जाने से हमें फर्क भी पड़ता है। मेरी जिंदगी में नासिर साहेब उन शख्सियात में से थे। ये हमारी आखिरी तस्वीर है उनके साथ। उनकी आत्मा को शांति मिले।
नासिर फ़राज़ के बारे में
नासिर फ़राज़ बॉलीवुड के एक प्रसिद्ध गीतकार थे। उन्होंने काइट्स, कृष जैसी फिल्मों में काम किया है। उनकी अन्य फिल्मों में 2017 में काबिल, 2015 में बाजीराव मस्तानी, 2010 में काइट्स, 2004 में एतबार, 2003 में लव एट टाइम्स स्क्वायर, 2001 में ये जिंदगी का सफर शामिल हैं।
उन्होंने 2013 में रिलीज़ हुई एक बुरा आदमी जैसी फिल्मों में गीतकार के रूप में काम किया; लव एट टाइम्स स्क्वायर, 2003 में रिलीज़ हुई, 2003 में कोई मिल गया; फन कैन बी डेंजरस कभी-कभी, 2005 में रिलीज़ हुई।
उन्होंने तुम मुझे बस यूं ही, मैं हूं वो आसमान, कोई तुमसा नहीं, काबिल हूं और चोरी चोरी चुपके जैसे दिल को छू लेने वाले गीत लिखे हैं। वह संगीतकार और संगीत निर्देशक भी थे।
यह भी पढ़ें
Exclusive: जब काइट्स के गानों की रिकॉर्डिंग पर KK ने गीतकार से की थी एक रिक्वेस्ट
Exclusive: जब कपिल शर्मा के शो में 'चढ़ता सूरज' कव्वाली सुनकर बप्पी दा इमोशनल हो गए थे
ममता मोहनदास की बॉडी का बदल रहा कलर, कैंसर के बाद हुई एक और गंभीर बीमारी