सार
फूलन देवी को हालातों ने डाकू बनने पर मजबूर कर दिया था। बाद में उनकी कहानी पर ही डायरेक्टर शेखर कपूर ने 'बैंडिट क्वीन' बनाई। फिल्म में फूलन का किरदार एक्ट्रेस सीमा बिस्वास ने निभाया था। यह फिल्म तब चर्चा में आई थी, जब मीडिया में इसके रेप सीन को लेकर जमकर बवाल हुआ था।
मुंबई। कानपुर के पास बहमई गांव में एक लाइन में खड़ा करके 22 ठाकुरों की हत्या करने वाली फूलन देवी का जन्म 10 अगस्त 1963 को यूपी में जालौन के गांव 'घूरा का पुरवा' में हुआ था। गरीब और पिछड़ी जाति में जन्मीं फूलन को हालातों ने डाकू बनने पर मजबूर कर दिया था। बाद में उनकी कहानी पर ही डायरेक्टर शेखर कपूर ने 'बैंडिट क्वीन' बनाई। फिल्म में फूलन का किरदार एक्ट्रेस सीमा बिस्वास ने निभाया था। यह फिल्म तब चर्चा में आई थी, जब मीडिया में इसके रेप सीन को लेकर जमकर बवाल हुआ था। यहां तक कि सीमा बिस्वास के परिवार को भी अपनी बेटी की फिल्म दरवाजे बंद करके देखनी पड़ी थी।
सीमा की फैमिली ने दो साल पहले देखी थी अनसेंसर्ड कॉपी...
रिलीज के दो साल पहले बिस्वास फैमिली ने फिल्म की अनसेंसर्ड कॉपी नलबारी (असम) स्थित अपने घर पर देखी थी। इस दौरान सीमा बिस्वास मां की गोद में सिर रखकर सोने का नाटक कर रही थीं। दरवाजे और पर्दे लगे हुए थे और रूम में पिन ड्रॉप साइलेंस था। सीमा ने कमरे की लाइट बंद कर दी। ताकि किसी को यह पता न चले कि अंदर वे कोई वीडियो या हिंदी फिल्म देख रहे हैं। लाइट बंद करने का एक कारण यह भी था कि सीमा नहीं चाहती थीं कि फिल्म ख़त्म होने के बाद फैमिली मेंबर्स की नजर उनके चेहरे पर पड़े। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिल्म खत्म हुई तो सीमा के पिता ने उनकी ओर देखा और गहरी सांस लेते हुए कहा, "यह रोल तो हमारी सीमा ही कर सकती है।" तब कहीं जाकर सीमा ने राहत की सांस ली।
रोल में उतरने के लिए दो दिन तक कुछ नहीं खाया...
फूलन देवी के रोल में उतरने के लिए सीमा ने शूटिंग के दौरान दो दिनों तक कुछ नहीं खाया था। क्योंकि फूलन ने भी ऐसा ही कुछ किया था, जब वे जंगलों में रह रही थीं। शूटिंग के दौरान सीमा ने खुद को बाकी समाज से अलग कर लिया था और धौलपुर के एक गेस्ट हाउस के कोने में बैठकर घंटों अपने किरदार के बारे में सोचती रही थीं।
न्यूड सीन के कारण रातभर रोती थीं सीमा...
'बैंडिट क्वीन' में सीमा बिस्वास का एक न्यूड सीन भी था, जिसे लेकर विवाद भी हुआ था। सीमा के मुताबिक़ उसी फिल्म के एक न्यूड सीन के कारण उन्हें रात-रात भर रोना पड़ा था। जब यह सीन फिल्माया गया तो डायरेक्टर कैमरामैन के अलावा सभी की एंट्री बैन थी। सीमा के मुताबिक, "उस वक्त फिल्म के बारे में लोगों का रिएक्शन काफी बुरा था। कई लोग मुझसे इस रोल की वजह से नफरत करने लगे थे। हालांकि, मैंने कभी इस बारे में सफाई नहीं दी। सीमा ने बताया था- "बोल्ड सीन मैंने नहीं, बल्कि बॉडी डबल ने किए थे। इस बारे में मेरे घरवालों को पता था, इसलिए किसी को कोई सफाई नहीं दी। फिल्म में उस सीन के बाद पूरी फिल्म यूनिट रोई थी।"
शेखर कपूर से की थी न्यूड सीन हटाने की मांग
सीमा के मुताबिक, उन्होंने शेखर कपूर से कहा था कि फिल्म से न्यूड सीन हटा दिए जाएं, लेकिन शेखर ने कहा कि सत्य घटना पर आधारित इस फिल्म में लोगों की असंवेदनशीलता को दिखाने के लिए वह सीन करना जरूरी है। बता दें कि अपनी कहानी के चलते 'बैंडिट क्वीन' कई आलोचनाओं का शिकार भी हुई और फूलन ने खुद इस फिल्म की रिलीज का विरोध किया। हालांकि कोर्ट की मंजूरी के बाद यह रिलीज हो गई थी। सीमा ने कहा था, "आज भी हॉलीवुड एक्टर्स फिल्म के उस सीन के लिए मुझे सलाम करते हैं, जबकि वह सीन मैंने किया ही नहीं था, लेकिन भारत मे लोग उस फिल्म को दूसरी दृष्टि से देखते हैं।"
डायरेक्टर से पूछती थीं सीमा- क्या मैंने अच्छे से शॉट दिया
सीमा जब फिल्म की शूटिंग कर रही थीं, तब डायरेक्टर से बार-बार पूछती थीं कि क्या उन्होंने शॉट अच्छे से दिया? वे डायरेक्टर से फिल्म से जुड़ी हर बात पर डिस्कशन करती थीं। सीमा के डेडिकेशन को लेकर शेखर कपूर ने एक बार कहा था, "मैं एक्टर्स के लिए दूसरे किरदारों में से रोल अडॉप्ट करता था। लेकिन सीमा के केस में ऐसा नहीं हुआ। वे मेरे ओरिजिनल आइडिया पर 100 फीसदी खरी उतरीं।"