सार
मुंबई। कोरोना लॉकडाउन में सोनू सूद लगातार प्रवासी मजदूरों की मदद में लगे हुए हैं। सोनू को आए दिन लोग सोशल मीडिया पर मैसेज करके मदद मांग रहे हैं और वो बराबर उनकी मदद भी कर रहे हैं। हालांकि मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने की कोशिश में जुटे सोनू सूद को कुछ शरारती तत्वों के अजीबोगरीब सवालों का सामना भी करना पड़ रहा है। हाल ही में सोनू से एक महिला ने मदद की गुहार लगाई। उसने अपनी ट्वीट में लिखा, सोनू मैं जनता कर्फ्यू से लॉकडाउन 4 तक पति के साथ रह रही हूं। अब या तो उन्हें या फिर मुझे मेरी मां के घर पहुंचा दीजिए प्लीज। मैं अब उनके साथ और ज्यादा नहीं रह सकती।
मुंबई। कोरोना लॉकडाउन में सोनू सूद लगातार प्रवासी मजदूरों की मदद में लगे हुए हैं। सोनू को आए दिन लोग सोशल मीडिया पर मैसेज करके मदद मांग रहे हैं और वो बराबर उनकी मदद भी कर रहे हैं। हालांकि मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने की कोशिश में जुटे सोनू सूद को कुछ शरारती तत्वों के अजीबोगरीब सवालों का सामना भी करना पड़ रहा है। हाल ही में सोनू से एक महिला ने मदद की गुहार लगाई। उसने अपनी ट्वीट में लिखा, सोनू मैं जनता कर्फ्यू से लॉकडाउन 4 तक पति के साथ रह रही हूं। अब या तो उन्हें या फिर मुझे मेरी मां के घर पहुंचा दीजिए प्लीज। मैं अब उनके साथ और ज्यादा नहीं रह सकती।
सोनू ने महिला के इस सवाल का बेहद मजेदार जवाब दिया। सोनू ने महिला को जवाब देते हुए लिखा, मेरे पास आपके लिए इससे बेहतर प्लान है। मैं आप दोनों को गोवा भेज देता हूं, क्या कहती हैं?
बता दें कि इससे पहले एक महिला ने ट्विटर पर सोनू से कहा था, सोनू क्या आप मेरी मदद कर सकते हैं? मैं पिछले ढाई महीने से पार्लर नहीं गई हूं। प्लीज मुझे सैलून पहुंचा दीजिए। जवाब में सोनू ने लिखा था, सैलून जाकर क्या करोगे? सैलून वालों को तो मैं गांव छोड़ आया। उनके पीछे-पीछे गांव जाना है तो बोलो।
इससे पहले एक शख्स ने सोनू सूद से अपनी गर्लफ्रेंड से मिलवाने की गुहार लगाते हुए कहा था, भैया, एक बार गर्लफ़्रेंड से ही मिलवा दीजिए। बिहार जाना है। इस शख्स को सोनू ने मजेदार जवाब देते हुए लिखा था, थोड़े दिन दूर रह के देख ले भाई। सच्चे प्यार की परीक्षा भी हो जाएगी।
बता दें, कोई गरीब मजदूर सोनू से मदद मांगने से महरूम न रह जाए, इसके लिए उन्होंने एक टोल फ्री नंबर जारी किया है। इस बात की जानकारी उन्होंने इंस्टाग्राम पर भी शेयर की है। सोनू ने कहा- मेरे पास रोज हजारों फोन आ रहे थे। मेरी फैमिली और दोस्त सारा डाटा इकट्ठा कर रहे थे तब हमने देखा कि ऐसे कई लोग हैं जो हम तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसलिए हमने कॉल सेंटर खोलने का प्लान बनाया। यह टोल फ्री नंबर है। हमें नहीं पता कि हम कितने लोगों तक पहुंचकर उनकी मदद कर पाएंगे, लेकिन हम कोशिश जरूर करेंगे।