सार
बद से बदतर स्थिति में पहुंच चुके पाकिस्तान को एक बार फिर चीन का कंधा मिल गया है। चीन ने पाकिस्तान को 600 मिलियन डॉलर का अतिरिक्त लोन दिया है। ये बात खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कही है।
Pakistan gets Loan from China: अब तक के सबसे बुरे आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को एक बार फिर चीन का सहारा मिल गया है। दाने-दाने को मोहताज पाकिस्तान को चीन ने एक बार फिर आर्थिक मदद दी है। मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि हमें IMF सौदे के तहत देश के विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने में मदद के लिए एक बार फिर अपने सहयोगी चीन से 600 मिलियन डॉलर का अतिरिक्त लोन मिला है।
पाकिस्तान को दिवालिया होने से बचाने में चीन ने की मदद
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान को मिला 600 मिलियन डॉलर का कर्ज चीन द्वारा पिछले तीन महीनों में दिए गए 5 बिलियन डॉलर के कर्ज के अलावा है। इस लोन की वजह से कर्ज में डूबे देश को डिफ़ॉल्ट होने से बचाने में काफी मदद मिली। क्योंकि आईएमएफ पाकिस्तान को बेलआउट पैकेज जारी करने से पहले कई शर्तों के साथ लंबी बातचीत कर रहा है।
चीन के कर्ज से बढ़ गया पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार
बता दें कि पाकिस्तान को 30 जून, 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 3 बिलियन डॉलर की अंतिम राहत मिली, जिसमें से लगभग 1.2 बिलियन डॉलर की प्रारंभिक एडवांस किस्त वितरित की। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि चीन के एक्ज़िम बैंक ने हमें रोलओवर दिया है, जिससे देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 600 मिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है।
सउदी अरब ने भी की पाकिस्तान की मदद
शहबाज शरीफ ने कहा कि हमारा विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ रहा है, लेकिन हम इसे लोन के जरिए नहीं बल्कि अपनी इनकम जेनरेट करके बढ़ाना चाहते हैं। पाकिस्तान के वित्त मंत्री ईशाक डार के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि हमें IMF बेलआउट पैकेज और चीन से मिले कर्ज के अलावा सऊदी अरब से भी 2 बिलियन डॉलर की आर्थिक मदद मिल चुकी है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि जून में चालू खाते में 334 मिलियन डॉलर का अधिशेष दर्ज किया गया। वहीं, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि जून में चालू खाते में 334 मिलियन डॉलर का सरप्लस हो चुका है।
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