सार

Mamaearth की पेरेंट कंपनी Honasa Consumer के शेयरों में दो दिनों में 30% से ज़्यादा की गिरावट आ चुकी है। कंपनी के जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे, जिससे चलते निवेशकों में डर का माहौल है।

Honasa Consumer Share Price: 19 नवंबर को शेयर बाजार में तेजी के बावजूद होनासा कंज्यूमर लिमिटेड का स्टॉक 11% से ज्यादा टूट गया। कंपनी का शेयर 11.15% की गिरावट के साथ 264.10 रुपए पर क्लोज हुआ। इससे एक दिन पहले के कारोबारी सत्र में भी होनासा का शेयर 20 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ था। यानी 2 दिन में ही कंपनी के शेयरों में 30 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है।

क्यों लगातार नीचे आ रहा Honasa Consumer का शेयर

एक्सपर्ट्स का मानना है कि Honasa Consumer ने हाल ही में अपने जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए, जो उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे। इसके चलते निवेशक फिलहाल शेयर से दूरी बनाते दिख रहे हैं। फाइनेंशियल ईयर 2024-25 की दूसरी तिमाही में होनासा कंज्यूमर को 19 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं, एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी अच्छे-खासे प्रॉफिट में थी। उस वक्त कंपनी को 29 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था।

पिछले एक महीने में 37 प्रतिशत गिरा Stock

होनासा कंज्यूमर का स्टॉक पिछले एक महीने में करीब 37% से ज्यादा टूट चुका है। वहीं, एक साल में इसके स्टॉक में करीब 25% की गिरावट आ चुकी है। कंपनी का 52 वीक हाइएस्ट लेवल 547 रुपए का है, जबकि 52 वीक लोएस्ट लेवल 242 रुपए है। फिलहाल कंपनी का मार्केट कैप 8,578 करोड़ रुपए है। वहीं, इसके शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपए है।

क्या करती है Honasa Consumer

होनासा कंज्यूमर लिमिटेड mamaearth की पेरेंट कंपनी है, जिसकी शुरुआत 2016 में हुई थी। इसके फाउंडर गजल और वरुण अलघ हैं। ये कंपनी चाइल्डकेयर के अलावा पर्सनल केयर और ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाती है। कंपनी कई ब्रांड्स जैसे मामाअर्थ, द डर्मा कंपनी, एक्वालॉजिका और आयुगा के जरिए अपने प्रोडक्ट्स बेचती है।

वरुण-गजल को कैसे आया 'मामाअर्थ' का आइडिया

वरुण अलघ के मुताबिक, मामाअर्थ बेबी केयर ब्रांड का आइडिया उन्हें शादी के बाद आया था। गजल और वरुण गुरुग्राम के रहने वाले हैं। दोनों ने 2011 मे शादी की। 2014 में कपल बेटे अगस्त्य के पेरेंट्स बने। बेटे को स्किन प्रॉब्लम थी, जिसके चलते वरुण-गजल ने उसे स्किन ट्रीटमेंट देना शुरू किया, लेकिन इनमें इतना टॉक्सिन होता था, जिससे उनके बेटे की सेहत बिगड़ने लगी। इसके बाद कपल ने अपनी खुद की कंपनी मामाअर्थ खोलने का फैसला किया।

ये भी देखें : 

104 पहुंचा 24 रुपए वाला शेयर, कैसे 5 साल में साढ़े 6 गुना किया पैसा