सार

Joint Home Loan Benefits: पत्नी के साथ होम लोन लेने पर ब्याज दर कम, टैक्स में छूट और लोन की लिमिट बढ़ जाती है। इससे क्रेडिट स्कोर सुधरने के साथ ही EMI का बोझ कम होता है।

Joint Loan Benefits: केंद्र और राज्य सरकारें महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्हें कई चीजों में छूट दे रही हैं। मसलन, महिलाओं के मामले में लोन से लेकर स्‍टाम्‍प ड्यूटी तक में राहत दी जा रही है। कई राज्यों में तो महिलाओं के नाम पर प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री कराने पर स्टॉम्प ड्यूटी में काफी छूट मिलती है। इसके अलावा आप पत्नी के साथ ज्वॉइंट होम लोन लेकर 7 लाख रुपए तक का टैक्स भी बचा सकते हैं। पत्नी को मालकिन बना किन-किन चीजों में हो सकती है पैसों की बचत, जानते हैं।

1- ज्वॉइंट होम लोन

पत्नी के साथ अगर आप ज्वॉइंट होम लोन लेते हैं तो इसका सीधा फायदा आपकी EMI पर पड़ेगा। महिला को-एप्लिकेंट होने पर आपको लोन कुछ कम ब्याज पर मिल जाता है। अब अगर सस्ती दरों पर लोन मिलेगा, तो जाहिर सी बात है उसकी मंथली किस्त भी कम आएगी। ज्यादातर बैंक महिला को-एप्लिकेंट के केस में होम लोन की ब्याज दर 0.05% तक कम होती है।

2- टैक्स में बड़ी बचत

ज्वॉइंट होम लोन लेने से इनकम टैक्स में भी बड़ी राहत मिलती है। इससे दोनों लोग अलग-अलग इनकम टैक्स बेनिफिट उठा सकते हैं। ज्वॉइंट होम लोन लेने पर पति-पत्नी दोनों ही IT सेक्शन की धार 80C के तहत 1.5-1.5 यानी कुल 3 लाख रुपए तक क्लेम कर सकते हैं। इसके अलावा सेक्शन 24 के तहत ब्याज पर 2-2 लाख रुपए का टैक्स बेनेफिट ले सकते हैं।

3- लोन की लिमिट

सिंगल लोन एप्‍लिकेंट को उसकी इनकम के हिसाब से लिमिटेड लोन ही मिलता है, लेकिन ज्वाइंट एप्लिकेंट होने पर दोनों की टोटल इनकम को देखकर को देखा जाता है। ऐसे में आप ज्यादा लोन ले सकते हैं। हालांकि आपके को-एप्लीकेंट का कर्ज और इनकम का रेश्याो 50-60 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होना चाहिए।

4- क्रेडिट स्कोर

ज्वॉइंट होम लोन (पति-पत्नी के नाम) लेने के बाद अगर समय से सारी EMI भरी जाती है, तो इससे दोनों का क्रेडिट स्कोर अच्छा होता है, जो आगे चलकर आपको लोन दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा एक व्यक्ति पर लोन का पूरा भार भी नहीं आता।