सार

22 नवंबर को सेंसेक्स 1900+ और निफ्टी 550+ अंक की तेजी के साथ बंद हुए। वहीं, गुरुवार को अडानी ग्रुप के शेयरों में मचा कोहराम भी थम गया और समूह की कंपनियों के 10 में से 9 शेयरों में अच्छा बाउंस बैक दिखा।

Share Market Latest Update: शुक्रवार 22 नवंबर को सेंसेक्स 1961 प्वाइंट तेजी के साथ बंद हुआ। वहीं, निफ्टी में भी 557 अंकों का उछाल रहा। इसके साथ ही गुरुवार को अडानी ग्रुप के शेयरों में मचा कोहराम भी थम गया है। ग्रुप के 10 में से 9 शेयर तेजी के साथ हरे निशान पर क्लोज हुए। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 28 में तेजी, जबकि 2 में गिरावट रही। वहीं, निफ्टी के 50 शेयरों में से 47 में तेजी और सिर्फ 3 में गिरावट दिखी।

5.60 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई निवेशकों की दौलत

शु्क्रवार 22 नवंबर को शेयर बाजार में तेजी के चलते निवेशकों की संपत्ति में जोरदार उछाल देखने को मिल रहा है। BSE पर लिस्टेड शेयरों का मार्केट कैप 430.98 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो पिछले कारोबारी सत्र में 425.38 लाख करोड़ रुपये था। यानी अब तक निवेशकों की संपत्ति में 5.60 लाख करोड़ रुपये का उछाल आ चुका है।

Adani ग्रुप के शेयरों में बाउंस बैक

गौतम अडानी समेत 8 लोगों पर अमेरिका में धोखाधड़ी और रिश्वत के आरोप लगे हैं। इस खबर के बाद गुरुवार 21 नवंबर को अडानी ग्रुप के सभी शेयरों में भारी गिरावट देखी गई थी। हालांकि, एक दिन बाद ही Adani Group के शेयरों में जबर्दस्त बाउंस बैक देखने को मिला है। ग्रुप की कंपनी अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस को छोड़कर बाकी सभी शेयरों में अच्छी रिकवरी देखने को मिली है। 

गुरुवार को शेयर बाजार में निवेशकों के 5.35 लाख करोड़ डूबे

बता दें कि गुरुवार को शेयर बाजार के साथ ही अडानी ग्रुप के शेयरों में आई भारी गिरावट के चलते निवेशकों के 5.35 लाख करोड़ रुपए डूब गए। अमेरिकी जांच एजेंसी ने गौतम अडानी समेत 8 लोगों पर करीब 2200 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी और रिश्वत के आरोप लगाए हैं। न्यूयॉर्क की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में 24 अक्टूबर 2024 को अडानी ग्रुप के खिलाफ अभियोग दर्ज हुआ था, जिसकी सुनवाई 21 नवंबर को हुई।

गौतम अडानी समेत 8 लोगों पर क्या आरोप?

अमेरिका के यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस ने आरोप लगाया है कि गौतम अडानी ने भारत में सोलर एनर्जी से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (करीब 2200 करोड़ रुपए) की रिश्वत दी या देने की तैयारी कर रहे थे। ये मामला उनके ग्रुप की अडानी ग्रीन एनर्जी और एक अन्य फर्म से जुड़ा है। इन आरोपों के बाद 21 नवंबर को अडानी ग्रुप की सभी 10 कंपनियों के शेयर धराशायी हो गए थे। वहीं, इसके चलते गौतम अडानी की नेटवर्थ 1 लाख रुपए से ज्यादा घट गई थी। अडानी अमीरों की टॉप-20 लिस्ट से भी बाहर हो गए हैं।

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