सार

ऑफिस में ज़्यादा काम और कम सैलरी मिल रही है? सावधान! आपकी कंपनी आपको चुपचाप नौकरी से निकालने की कोशिश कर रही होगी। जानिए, क्या है 'साइलेंट सैकिंग' और कैसे बचें?

क्या आप ऑफिस (Office) में अपने सहयोगियों से ज़्यादा काम कर रहे हैं? क्या सभी को प्रमोशन, सैलरी हाइक मिल रहा है लेकिन आप वहीं के वहीं हैं? अगर इन सवालों का जवाब हां है, तो समझ लीजिए कि आपकी नौकरी जाने की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। आपकी कंपनी, आपको नौकरी छोड़ने के लिए कहेगी या आपको नौकरी से नहीं निकालेगी। इसके बजाय, यह ऐसी स्थिति पैदा करेगी कि आप खुद ही नौकरी छोड़ दें। कॉर्पोरेट संस्कृति (corporate culture) में यह बढ़ रहा है। कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के बजाय साइलेंट तरीके से निकालने (silent sacking) के नियमों का पालन किया जा रहा है। 

कॉर्पोरेट कंपनियों का नया तरीका : निजी कंपनियां (Private Companies) जब कर्मचारियों को नौकरी से निकालती हैं तो इससे कंपनी की छवि खराब होती है। कंपनी का मूल्य बाजार में कम हो जाता है। इन सबसे बचने के साथ-साथ ऑफिस के कर्मचारियों की संख्या कम करने के लिए कंपनियां अब स्मार्ट आइडिया (Smart Idea) अपना रही हैं। इसे ही साइलेंट सैकिंग कहा जाता है। 

 

Silent sacking कैसा होता है? : साइलेंट सैकिंग में कंपनी, कर्मचारी के लिए दम घुटने वाला माहौल बनाती है। उसकी काम करने की स्थिति को खराब कर देती है। पहले से योजना बनाकर उसे ज़्यादा काम दिया जाता है। उसके द्वारा किए गए काम में कमियां निकालकर उसे परेशान करना शुरू कर देती है। कर्मचारी इस बारे में शिकायत भी करे तो कोई फायदा नहीं होता है। कुछ कंपनियां, बहुत कम काम देकर, उसके परफॉर्मेंस को कम दिखाना शुरू कर देती हैं। कर्मचारी ने जो कुछ भी किया वह सब गलत हो जाता है। सहयोगियों की तुलना में यह कर्मचारी ज़्यादा काम करता है, सैलरी कम मिलती है, ऐसी स्थिति पैदा हो जाती है। सैलरी बढ़ोतरी, प्रमोशन आदि सभी जगह कंपनी इस कर्मचारी को टारगेट करती है। प्रमोशन या सैलरी मांगने पर कर्मचारी को कुछ दिन रुकने के लिए कहा जाता है। इससे कर्मचारी तंग आकर खुद ही नौकरी छोड़ने का फैसला कर लेता है। 

साइलेंट सैकिंग से कंपनी को काफी फायदा होता है। जब कर्मचारी खुद इस्तीफा देता है, तो कंपनी को उसे तीन महीने का वेतन नहीं देना पड़ता है। साथ ही कंपनी की प्रतिष्ठा को कोई नुकसान नहीं होता है। बाजार में कंपनी, कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है, ऐसा कोई रेड मार्क नहीं लगता है। 

 

अमेज़न में हो रहा है साइलेंट सैकिंग : ई- कॉमर्स कंपनी अमेज़न में यह साइलेंट सैकिंग चल रहा है, ऐसी खबर है। अमेज़न ने कुछ दिन पहले कर्मचारियों को 60 दिन का वेतन देकर नौकरी से निकाल दिया था। सोशल मीडिया पर इस बारे में कुछ पोस्ट वायरल हो रहे हैं। पूर्व कर्मचारी इस बारे में बात कर रहे हैं। जॉन मैकब्राइड, कर्मचारियों को मीटिंग से दूर रखना, टारगेट पूरा करने के लिए असंभव काम देना आदि कई तरह का दबाव बनाया जाता है। यह कर्मचारियों को चुपचाप ऑफिस से बाहर निकालने का नया तरीका है।