सार

भारत में सोने की खरीदारी जमकर की जाती है। हर मौके पर ज्यादातर लोग सोना खरीदना पसंद करते हैं। लेकिन आजकल मार्केट में नकली सोना बेचने के कई मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में जांच-परख के बाद ही गोल्ड लेना चाहिए।

 

बिजनेस डेस्क : सोना सबसे अच्छा इन्वेस्टमेंट माना जाता है। हमारे देश में महिलाएं जमकर सोना खरीदती हैं। शादी-विवाह का मौका हो या फेस्टिवल...गोल्ड ज्वैलरी खरीदने का कोई भी चांस महिलाएं छोड़ना नहीं चाहती हैं। लेकिन आजकल नकली सोना बेचने और ठगी के मामले बढ़ गए हैं। ऐसे में असली की पहचान किए बिना सोना (Gold) नहीं खरीदना चाहिए। सोने की जांच के लिए 6 आसान टिप्स फॉलो कर सकते हैं।

कैरेट के हिसाब से सोने की शुद्धता

24 कैरेट सोना सबसे ज्यादा शुद्ध होता है। इसमें 99.9% तक सोना होता है। यह सोना इतना सॉफ्ट होता है कि इससे गहने नहीं बनाए जा सकते हैं। इसलिए इसमें दूसरी धातुएं भी मिलाई जाती हैं। इसके अलावा 22 कैरेट में 91.7% शुद्ध सोना, 18 कैरेट में 75% शुद्ध सोना होता है।

असली सोने की पहचान करने के 6 तरीके

1. सिरके की बूंद से करें असली सोने की पहचान

सोना असली है या फेक, इसकी पहचान करने के लिए उसके किसी हिस्से पर सिरके की कुछ बूंदें डालें। अगर इसका रंग बदल जाता है तो मतलब साफ है कि सोना नकली है। अगर रंग नहीं बदलता तो समझ लीजिए कि गोल्ड प्योर है।

2. चुंबक से

मूथूट फाइनेंस के मुताबिक, गोल्ड नॉन रिऐक्टिव नॉन मैग्नेटिक मेटल है। ऐसे में अगर सोना चुंबक की तरफ आकर्षित होता है तो वह शुद्ध नहीं है या फिर कम कैरेट का है। जब भी सोना खरीदने जाएं तो चुंबक के साथ इसकी जांच कर सकते हैं।

3. पानी से असली सोने की पहचान

सोने के परमाणु (Atom) आपस में चिपके हुए होते हैं, जिससे उसका घनत्व बढ़ जाता है। इसलिए सोना पानी में तैरता नहीं है। अगर उसमें कोई अन्य धातु मिली है, मतलब वह नकली है तो पानी में तैरने लगेगा।

4. एसिड टेस्ट

असली सोने की पहचान एसिड टेस्ट से भी कर सकते हैं। एक बड़े पत्थर पर सोना घिसकर उसमें हाइड्रोक्लोरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड किट मिला दें। अगर वह घुल जाए तो समझ जाएं की सोना असली नहीं है।

5. हॉलमार्क

असली सोने की पहचान का सबसे आसान तरीका हॉलमार्क है। यह सोने के गहनों पर लगा एक सरकारी निशान होता है, जो स्टैंप की तरह रहता है। इसे ज्वैलरी के पीछे लगाया जाता है। अगर हॉलमार्क है तो सोना असली है, वरना नकली।

6. BIS ऐप पर सोने की पहचान

BIS (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड) केयर का ऐप डाउनलोड करके ज्वैलरी के पीछे दिए 6 अंकों के HUID नंबर इसमें डाल दें। उस ज्वैलरी की डिटेल ऐप पर आ जाएगी। इसमें सोना कब और कहां से खरीदा, उसका वजन कितना है और वह कितने कैरेट का है। अगर आपके साथ धोखा हुआ है तो आप इसी ऐप पर इसकी शिकायत भी कर सकते हैं।

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