सार
सरकार द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि स्कूलों में कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी सख्ती से पालन करना होगा। लेकिन आगरा में स्कूल खोलते समय टीचर्स एक्साइटमेंट से भर गए। बच्चों का उत्साह बढ़ाने के लिए उनका तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
करियर डेस्क. Agra School Reopen: कोरोना महामारी (COVID Pandemic) के बीच पूरे एक साल बाद विभिन्न राज्यों में स्कूल खुल (School Reopen0 रहे हैं। इस बीच यूपी के शहर आगरा में कक्षा एक से पांच तक के स्कूल (Primary Schools) सोमवार से खोले गए। आगरा के एक निजी स्कूल में बच्चों का तिलक लगाकार स्वागत किया गया। बच्चों को चॉकलेट भी दी गईं। हैरानी की बात ये है कि कड़े दिशा-निर्देशों के बीच खुद टीचर्स ने सोशल डिस्टेंसिंग नियमों की धज्जियां उड़ा दीं।
जबकि सरकार द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि स्कूलों में कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी सख्ती से पालन करना होगा। लेकिन आगरा में स्कूल खोलते समय टीचर्स एक्साइटमेंट से भर गए। बच्चों का उत्साह बढ़ाने के लिए उनका तिलक लगाकर स्वागत किया गया। लेकिन शिक्षकों के इस कदम से कोविड नियमों की अनदेखी कर दी गई।
सोशल मीडिया पर लोगों ने जताई आपत्ति
खबरें और तस्वीरें सामने आने के बाद मुंह पर मास्क चढ़ाए बच्चों की सुरक्षा को लेकर लोग परेशान हो गए। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने टीचर्स द्वारा बच्चों को तिलक लगाकार छूने और कोविड नियमों को तोड़ने पर आपत्ति जताई।
स्कूल के निदेशक सुशील गुप्ता ने बताया कि, स्कूली बच्चों को नया माहौल देने के साथ साथ में कोरोना नियमों का पालन भी जरूरी है। लेकिन बच्चों को ऐसा एहसास कराया गया उनका मन स्कूल में लगे इसलिए ऐसा भव्य स्वागत किया गया है।
मार्च 2020 से बंद पड़े थे स्कूल-कॉलेज
मार्च 2020 से ही कोरोना संक्रमण के कारण स्कूलों को बंद किया गया था। अब UP में स्कूल दोबारा खुल रहे हैं। पहले कक्षा नौ से 12 तक के स्कूल खोले गए उसके बाद कक्षा 6 से 8 तक के स्कूल खुले। अब 1 मार्च 2021 से प्राइमरी स्कूलों को खोला गया है। हालांकि सरकार द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक स्कूलों को कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना अनिवार्य है।
UP में स्कूल खुलने को लेकर जारी कोविड गाइडलाइंस
- स्कूलों में कैंपस, फर्नीचर, किचन, वॉशरूम, लाइब्रेरी, पानी की टंकी, फर्नीचर सभी को नियमित तौर पर सैनिटाइज करना होगा।
- स्कूल में थर्मामीटर, सेनेटाइजर, साबुन की व्यवस्था होगी।
- स्कूल बस या वैन को सैनिटाइज किया जाएगा।
- प्रिंसिपल की तरफ से स्थानीय स्तर पर उपलब्ध विभाग के चिकित्सीय स्टाफ से समन्वय स्थापित करने के लिए मेडिकल सपोर्ट होना चाहिए।
- छात्र कम से कम 6 फीट की दूरी के साथ बैठेंगे, अगर स्कूल में एक सीट का बेंच या डेस्क है तो इसे भी 6 फीट की दूरी पर रखा जाएगा।
- स्टाफ रूम या कार्यालय में भी 6 फीट की दूरी पर बैठने की व्यवस्था होगी।
- स्कूल के सभी गेट को आने-जाने के लिए खुला रखना होगा जिससे भीड़ इकट्ठा ना हो।
- स्कूल के कमरे, नोटिस बोर्ड, दीवार पर सामाजिक दूरी, मास्क लगाने, सेनेटाइजेशन, साफ-सफाई थूकने से प्रतिबंध के पोस्टर लगाने होंगे।
- पानी पीने की जगह, टॉयलेट के बाहर जमीन पर 6 फीट की दूरी का घेरा बनाया जाएगा।
- सभी स्कूलों में कैंटीन बंद होंगी, बच्चों को मिड डे मील दिया जाएगा।
100 दिन का विशेष अभियान
स्कूल खुलने पर 100 दिन का विशेष अभियान संचालित किया जाएगा। वहीं 13 मार्च को आयोजित संगोष्ठी में जनप्रतिनिधियों, सांसदों, विधायकों आदि को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जाएगा। समारोह में सभी प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों, अभिभावकों व कुछ विद्यार्थियों को भी बुलाया जाएगा। कार्यक्रम में खानपान की व्यवस्था भी रहेगी।