सार
CBSE के नए नियम के मुताबिक अगर कोई छात्र तीन इलेक्टिव विषय (साइंस, मैथ्स, सोशल साइंस) में से किसी विषय में फेल हो जाता है तो उस विषय को स्किल सब्जेक्ट से रिप्लेस कर दिया जाएगा। मतलब उसे फेल न करके किसी दूसरे स्किल डेवलेपमेंट विषय के मार्क्स के हिसाब से पास कर दिया जाएगा।
करियर डेस्क. सीबीएसई (CBSE) बोर्ड की परीक्षाएं 4 मई से शुरू हो रही हैं। इसके लिए डेटशीट कल 2 फरवरी को जारी कर दी गई है। कोराना काल में सिलेबस कटौती और परीक्षाओं की तैयारी के लिए अधिक समय देने के साथ CBSE बोर्ड ने छात्रों को एक और सौगात दी है। दरअसल फेल होने वाले छात्रों के लिए नया मार्किंग सिस्टम बनाया गया है। ये सिर्फ दसवीं की बोर्ड परीक्षा (10th Board exam) देने वाले स्टूडेंट्स के लिए है।
सीबीएसई के नए नियम के मुताबिक अगर कोई छात्र तीन इलेक्टिव विषय (साइंस, मैथ्स, सोशल साइंस) में से किसी विषय में फेल हो जाता है तो उस विषय को स्किल सब्जेक्ट से रिप्लेस कर दिया जाएगा। मतलब उसे फेल न करके किसी दूसरे स्किल डेवलेपमेंट विषय के मार्क्स के हिसाब से पास कर दिया जाएगा।
ये है प्लानिंग
कई छात्र गणित (Math) या विज्ञान (Science) जैसे विषयों में पास नहीं कर पाते हैं जिसके कारण उनका साल बर्बाद हो जाता है, लेकिन यदि ऐसे छात्र कंप्यूटर या किसी दूसरी स्किल में अच्छे हैं तो सिर्फ एक या दो विषय में अच्छे अंक नहीं होने की स्थिति में उन्हें फेल (Fail) नहीं किया जाएगा।
स्किल इंडिया मिशन के तहत बना नियम
सीबीएसई ने इस नियम को भारत सरकार के स्किल इंडिया मिशन को ध्यान में रखकर बनाया है ताकि इसे बढ़ाया जा सके। ऐसा देखा गया है छात्रों में स्किल बेस्ड लर्निंग प्रोग्राम में रुचि लगातार बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में केवल 20 फीसदी छात्रों ने स्किल बेस्ड सब्जेक्ट्स को चुना था जबकि साल 2021 में यह 30 फीसदी हो गया।
जारी हुई CBSE 10वीं और 12वीं की डेटशीट
सीबीएसई 10वीं और 12वीं का शेड्यूल मंगलवार को जारी कर दिया है और इसे बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर चेक किया जा सकता है। इससे पहले शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा था सीबीएसई की दसवीं 12वीं की बोर्ड परीक्षा 4 मई से 10 जून के बीच आयोजित की जाएगी। परीक्षा कोविड-19 के सभी सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखकर आयोजित की जाएगी।