सार

5,000 रुपए इनवेस्टमेंट से पहली शुरुआत और कुछ ही साल में शेयर मार्केट का किंग बनना राकेश झुनझुनवाला के लिए इतना भी आसान नहीं था। वे अपने जीवन को लेकर आशावादी थे और हमेशा ही अनुशासन के दायरे में कोई भी काम करते थे, जो उनकी सफलता का एक राज भी था।

करियर डेस्क : भारत के दिग्गज निवेशक और शेयर मार्केट के किंग राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) अब इस हमारे बीच नहीं हैं। रविवार सुबह उनका निधन हो गया। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी उम्र 62 साल थी और कम समय में उन्होंने 40 हजार करोड़ का एंपायर खड़ा कर दिया। कई लोग उनसे सीखते हैं और आगे बढ़ते हैं। झुनझुनवाला भी समय-समय पर निवेशकों को बाजार से पैसा बनाने के टिप्स के साथ ही जीवन में सफलता पाने का मंत्र भी बताते थे। वे कहते थे कि कामयाबी में सब्र और मेहनत का हाथ तो होता ही है। बुरे से बुरे हालात को एक मुस्कान के साथ स्वीकार करने वाला बुलंदियों को जरुर ही छूता है। आइए जानते हैं राकेश झुनझुनवाला की वो 5 बातें, जिन्हें अपनाकर आप भी पा सकते हैं सफलता...

तारीफ से हमेशा सावधान रहिए
राकेश झुनझुनवाला हमेशा कहते थे कि जब लोग आपकी तारीफ करें तो सावधान हो जाइए, क्योंकि सबसे बड़ी गलतियां भी तभी होती हैं, जब आपका अच्छा समय चल रहा हो। इसलिए तारीफ से सावधान रहिए और हमेशा विनम्र बने रहिए। आपका यह स्वभाव एक दिन आपको सफल इंसान बना देगा।  

हर हार को मुस्कान के साथ स्वीकार करें
शेयर मार्केट किंग राकेश झुनझुनवाला ने एक बार एक कार्यक्रम में कहा था कि हर हार को मुस्कान के साथ स्वीकार करने वाला सफलता के शिखर पर निश्चित ही पहुंचता है। उन्होंने कहा था कि जब आपके पास पैसा आता है तो आप जिंदगी अपनी शर्तों पर आराम से जी सकते हैं। यह सब मेहनत का होता है लेकिन कई दफा नुकसान भी होता है। मैंने भी इसे अपना जीवन में उठाया लेकिन हर बार कुछ न कुछ सीखा है। उन्होंने कहा था कि गलती हो जाने के डर से कभी रुके नहीं। हालांकि, गलती करते वक्त इतनी गुंजाइश रखिए कि फिर से कोई गलती करने की जगह बची रहे। क्योंकि जिस दिन आप गलती करने से डर गए तो फैसला नहीं कर पाएंगे।

अपनी जड़ों को कभी न भूलें
झुनझुनवाला कहते थे कि सफलता को हमेशा विनम्रता से स्वीकार करना चाहिए। आप कहां से आए हैं, इसे कभी मत भूलिए। अपनी जड़ों को हमेशा पकड़कर रखिए। आप जैसे नहीं हैं, वैसा दिखने की कोशिश कतई न करें। इसलिए जब कभी भी आप सफल हो तो यह समझने की भूल न करें कि यह हमेशा के लिए है। हालांकि, इसे बरकरार रखने की कोशिश जरूर करते रहिएगा।

अपने फैसले के लिए खुद को दोषी ठहराना जरूरी
बिग बुल का मानना था कि अपने फैसले के लिए खुद को दोषी ठहराना बेहद जरूरी है। वह खुद भी अपने फैसलों की जिम्मेदारी लिया करते थे, किसी दूसरे को उन्होंने गलतियों का दोष कभी भी नहीं दिया। वे कहा करते थे कि गलतियां करके उनसे सीखकर वह गलती फिर नहीं करना, सफलता का सबसे अच्छा रास्ता है। सभी को अपनी लाइफ में इस मंत्र को याद रखना चाहिए। 

सफलता के लिए आशावादी बनें
राकेश झुनझुनवाला कहते थे कि सफलता के लिए आशावादी बने रहना चाहिए। सब्र और मेहनत के साथ आशावादी होना आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। एक बार उन्होंने अपनी लाइफ का एक किस्सा शेयर करते हुए बताया था कि साल 1989 की बात थी। बजट आने वाला था। तब बजट शाम को आता था और बाजार शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक खुलता था। उस वक्त मैंने अपने दो करोड़ रुपए इस उम्मीद में लगाए कि बजट अच्छा होगा। मैं आशावादी बना रहा। उस शाम छह बजे मेरी नेटवर्थ दो करोड़ रुपए थी लेकिन जब बजट आया तो तीन घंटे में ही यानी रात रात 9 बजे तक यह 20 करोड़ रुपए हो गई थी। इसलिए हमेशा आशावादी रहना सफलता का मूल मंत्र है।

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