सार

नेहा काफी गरीब परिवार से हैं लेकिन यह दूसरे गरीब बच्चों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। इससे पता लगता है कि अगर लगन हो तो मुश्किलें छोटी पड़ जाती हैं।

नई दिल्लीः गुजरात बोर्ड के रविवार को रिलीज़ हुए 12वीं के साइंस स्ट्रीम के रिजल्ट में नेहा यादव ने गरीबी से लड़कर 98.86 पर्सेंटाइल मार्क्स प्राप्त किए। नेहा के पिता पशुओं के लिए हरी घास बेचने का काम करते हैं। 

राष्ट्र भारती हिंदी शाला की छात्रा नेहा को 12वीं की साइंस स्ट्रीम की इस परीक्षा में 98.86 पर्सेंटाइल अंक मिले।

पिता चाहते हैं डॉक्टर बनाना-

नेहा ने कहा, मेरे पिता मुझे डॉक्टर बनाना चाहते हैं। मैने बोर्ड परीक्षा की तैयारी काफी पहले शुरू कर दी थी। अब मैं GUJCET (Gujarat Common Entrance Exam) की तैयारी करूंगी ताकि मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले सकूं। मेरे टीचर ने मुझे साइंस लेने के लिए प्रेरित किया।

मैने 12वीं कक्षा में बॉयोलजी विषय के साथ साइंस को चुना। उसके टीचर दिलीप सिंह चावडा ने कहा चूंकि वह गरीब परिवार से है इसलिए वह साइंस नहीं पढ़ना चाहती थी।

सभी के लिए है प्रेरणा-

हालांकि, नेहा काफी गरीब परिवार से हैं लेकिन यह दूसरे गरीब बच्चों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। इससे पता लगता है कि अगर लगन हो तो मुश्किलें छोटी पड़ जाती हैं। बता दें कि रविवार को गुजरात बोर्ड का 12वीं का साइंस स्ट्रीम का रिजल्ट घोषित किया गया। करीब एक लाख 40 हजा़र छात्र इस परीक्षा में शामिल हुए थे।