सार
बिहार के नित्यानंद झा (IAS Nityanand Jha) को यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) पास करने में पूरे 4 साल लग गए। यूपीएससी से पहले उन्होंने जेईई एग्जाम (JEE Exam) में सफल होकर कानपुर आईआईटी (IIT Kanpur) में एडमिशन पाया। यहां से उन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया था।
करियर डेस्क. IAS Topper Nityanand Jha: इस समय संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2020 चल रही हैं। कोविड महामारी के कारण जनवरी 2021 माह में ये परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। निबंध लेखन परीक्षाओं में कैंडिडेट्स को मुश्किल सवालों का सामना करना पड़ा। इस परीक्षा को देश की सबसे प्रतिष्ठित और मुश्किल परीक्षा कहा जाता है। परीक्षा को पास करने में बहुत से कैंडिडेट्स को कई-कई साल लग जाते हैं।
ऐसे ही बिहार के नित्यानंद झा (IAS Nityanand Jha) को यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) पास करने में पूरे 4 साल लग गए। यूपीएससी से पहले उन्होंने जेईई एग्जाम (JEE Exam) में सफल होकर कानपुर आईआईटी (IIT Kanpur) में एडमिशन पाया। यहां से उन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया था।
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सफलता मिलने तक नहीं छोड़ा UPSC का पीछा
इसी दौरान उन्हें यूपीएससी क्लियर कर सिविल सेवा (Civil Services IAS, IPS, IFS, IRAS) में जाने का ख्याल आया। इसी समय से नित्यानंद ने तैयारी शुरू कर दी और बार-बार असफल होने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी। आइए जानते हैं उनकी सफलता की ये अनूठी कहानी।
नित्यानंद की शिक्षा असम गुवाहटी में हुई है। यहां से वे इंजीनियिरंग एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के लिए कोटा चले गए। आखिरकार उन्हें अपनी सालों की मेहनत का फल मिला और उनका सेलेक्शन ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जाम में हो गया। यहां आयी रैंक के आधार पर नित्यानंद को आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) एलॉट हुआ।
चौथे प्रयास में किया UPSC टॉप
यहां ग्रेजुएशन के अंतिम साल में नित्यानंद को यूपीएससी परीक्षा का ख्याल आया और वे जुट गए तैयारी में। इस परीक्षा में उन्हें बार-बार असफलता हाथ लगी। वो एक दो नहीं बल्कि पूरे तीन बार यूपीएससी में फेल हुए। फिर भी नित्यानंद ने हिम्मत नहीं हारी आखिरकार मेहनत रंग लाई और उन्होंने UPSC में टॉप किया। साल 2018 में उन्हें 28वीं रैंक के साथ चौथे प्रयास में सफलता मिली थी और सेलेक्शन हो गया।
अफसर बन वे अब दूसरों का मार्गदर्शन करते हैं। यूपीएससी की तैयारी करने वाले बाक बच्चों की मदद के लिए उन्हेंने आईएएस सक्सेज टिप्स (IAS Success Tips) साझा किए।
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ऐसे करें UPSC प्री परीक्षा की तैयारी
नित्यानंद कहते हैं कि प्री परीक्षा की तैयारी के लिए भी आपको कुछ सेट फॉर्मूलों पर काम करना होगा। जैसे सीमित किताबें और असीमित रिवीजन। वे कहते हैं कि एनसीईआरटी (NCERT) की किताबों से पहले अपना बेस मजबूत करें और फिर बाजार में उपलब्ध स्टैंडर्ड बुक्स से तैयारी करें। एक बार तैयारी आगे बढ़ जाए तो टेस्ट् पेपर दें। मॉक टेस्ट सीमित संख्या में दें और उन्हें बार-बार रिवाइज करें। जो गलतियां करें उन्हें समय रहते दूर करने का प्रयास करें तभी मॉक टेस्ट देने का फायदा है।
मेन्स के लिए आंसर राइटिंग जरूरी
बाकी UPSC टॉपर्स की तरह नित्यानंद भी कहते हैं कि मुख्य परीक्षा (UPSC Mains Exam) के लिए ही उत्तर लेखन (Answer Writing Practise) प्रैक्टिस बहुत जरूरी है। जब आपकी तैयारी सॉलिड हो जाए तो आंसर लिखने की प्रैक्टिस करें। इससे आप समय के अंदर पेपर पूरा करना सीखेंगे। हो सकता है पहले पेपर पूरा न हो पाए लेकिन धीरे-धीरे पेपर पूरा होने लगेगा। इस बात से घबराएं नहीं। आंसर लिखकर किसी सीनियर या टीचर को दिखाएं जो आपकी कमियों पर काम कर सके। अपने दोस्तों के साथ आंसर डिस्कस करें ताकि वे भी आपकी कमियों को पकड़कर उन्हें दूर कर सकें।
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नित्यानंद की सलाह-
अंत में नित्यानंद यही कहते हैं कि आप किस बैकग्राउंड के हैं या आपके पहले कैसे नंबर आते थे, इनमें से किसी बात से कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर आप ठान लेंगे तो सफल जरूर होंगे। बस इस दौरान अपने सोशल सर्कल पर भी खास ध्यान दें।
टाइम बर्बाद करने वाले दोस्त न बनाएं
भले दो दोस्त बनाएं पर वो ऐसे होने चाहिए जो आपकी तैयारी में मदद करें न कि आपका समय बर्बाद करें। अपनी तैयारी के बारे में किसी से खास चर्चा करने की जरूरत नहीं है। चाहे फैमिली हो या कोई दूसरी गैदरिंग जब तक बहुत जरूरी न हो किसी में भी पार्ट लेने की जरूरत नहीं है। कड़ी मेहनत, सही स्ट्रेटजी और सटीक प्लानिंग से कोई भी इस परीक्षा में सफल हो सकता है।
IAS अफसर नित्यानंद के ये सक्सेज टिप्स आपको काम आ सकते हैं। जरूरी है तो मेहनत और सच्ची लगन है। तो ठान लीजिए कि अब UPSC दूर नहीं!