आज कोई भी क्षेत्र हो, लड़कियां पीछे नहीं हैं। पढ़ाई के साथ-साथ अच्छी नौकरियां पाने में भी वे सफल हो रही हैं और अपना ऊंचा मुकाम बना रही हैं। अभी हाल ही में बिहार में एक लड़की न्यायिक सेवा में सफल हो कर जज बनी, जिसके पिता चपरासी थे।
अगर कोई आपसे कहे कि सिर्फ सोने की नौकरी करनी है और सैलरी मिलेगी एक लाख रुपए तो आप इस पर यकीन नहीं करेंगे। आप सोचेंगे कि यह कोई मजाक है। लेकिन यह मजाक नहीं, पूरी तरह से सच है।
बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली शिवांगी प्रशिक्षण पूरा होने के बाद आज नौसेना में पायलट के रूप में शामिल हो जाएंगी। बता दें, वह नौसेना की पहली महिला पायलट होंगी।
आने वाले दिनों में रोबोट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का महत्व औद्योगिक जगत में बढ़ता ही जाएगा। इसे देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि इसके लिए प्रोफेशनल ट्रेनिंग दिए जाने की जरूरत है और इसके लिए डिग्री कोर्स की शुरुआत की जानी चाहिए।
सेवानिवृत्त प्रोफेसर ने दावा किया है कि उन्होंने 2002 से राज्य के शिक्षण संस्थानों को 97 लाख रुपये दान में दिए हैं 70 वर्षीय प्रोफेसर को पेंशन के रूप में प्रति माह 50,000 रुपये से अधिक मिलते हैं
सिविल सर्विस की परीक्षा में सफलता पाना आसान नहीं होता। इसके लिए कड़ी मेहनत के साथ ही दृढ़ इच्छा शक्ति की भी जरूरत होती है। साथ ही, कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखना होता है।
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सर्विस की परीक्षा सबसे कठिन परीक्षाओं में एक मानी जाती है। प्रिलिम्स के बाद मेन्स और इसमें सफल होने वाले कैंडिडेट्स को इंटरव्यू फेस करना होता है। इसमें कई बार बड़े ट्रिकी सवाल पूछे जाते हैं।
आधिकारिक आदेश में बताया गया है कि विभिन्न नियामक इकाईयों से मिली जानकारी के आधार पर होटल प्रबंधन, पाक कला और रियल एस्टेट मूल्यांकन पाठ्यक्रमों को दूरस्थ शिक्षा में 2019-20 और उसके बाद से मान्यता नहीं दी जाएगी
105 की उम्र में कोई महिला चौथी कक्षा की परीक्षा दे, इस बात पर एकबारगी कोई यकीन नहीं करेगा। लेकिन केरल के कोल्लम की रहने वाली भागीरथी नाम की महिला ने ऐसा कर के एक मिसाल कायम कर दिया है।
हमारे देश में सरकारी नौकरी का क्रेज ऐसा है कि मामूली पदों पर भी जब बहालियां निकलती हैं तो ज्यादा क्वालिफिकेशन वाले लोग अप्लाई करने का मौका नहीं चूकते।