सार
दक्षिण कोलकाता के केवड़ातला श्मशान घाट में बंगाली एक्टर सौमित्र चटर्जी का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनकी बेटी पालोमी बोस, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय के साथ ममता बनर्जी सरकार के कई मंत्री मौजूद थे। सौमित्र चटर्जी को दादा साहेब फाल्के सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
मुंबई/कोलकाता। बंगाली फिल्मों के दिग्गज एक्टर सौमित्र चटर्जी का रविवार को 85 साल की उम्र में निधन हो गया। चटर्जी 6 अक्टूबर को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद से उनका इलाज चल रहा था। दक्षिण कोलकाता के केवड़ातला श्मशान घाट में सौमित्र चटर्जी का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनकी बेटी पालोमी बोस, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय के साथ ममता बनर्जी सरकार के कई मंत्री मौजूद थे। सौमित्र चटर्जी को दादा साहेब फाल्के सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
रविवार दोपहर 2 बजे उनका पार्थिव शरीर अस्पताल से गोल्फ ग्रीन स्थित सौमित्र चटर्जी के घर लाया गया। यहां उनकी पत्नी समेत सभी ने अंतिम दर्शन किए। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को टेक्नीशियन स्टूडियो ले जाया गया, जहां सौमित्र ने अपने जीवन के कई ऐतिहासिक नाटक व फिल्मों के लिए अभिनय किया था। शाम को साढ़े तीन बजे से साढ़े 5 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रवींद्र सदन में रखा गया, जहां बड़ी संख्या में उनके फैन्स ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी।
बता दें कि न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम पिछले 40 दिनों में सौमित्र चटर्जी की सेहत का ध्यान रख रही थी। हालांकि तमाम प्रयासों के बावजूद कोई कोशिश सफल नहीं हो पा रही थी। बता दें, इस साल सौमित्र की 7 फिल्में रिलीज हुईं। खबरों के मुताबिक, कोविड 19 की चपेट में आने से पहले सौमित्र ने अपनी अपकमिंग फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली थी।
सौमित्र चटर्जी बांग्ला सिनेमा की बड़ी शख्सियत थे। उन्होंने 1959 में फिल्म 'अपुर संसार' से करियर की शुरुआत की थी। सौमित्र ने ऑस्कर विनिंग डायरेक्टर सत्यजीत रे के साथ 14 फिल्मों में काम किया था। सौमित्र पहले भारतीय थे, जिन्हें किसी कलाकार को दिए जाने वाला फ्रांस का सबसे बड़ा अवॉर्ड Ordre des Arts et des Lettres दिया गया था। उन्हें 3 बार नेशनल अवॉर्ड भी मिला था। इसके अलावा वो संगीत नाटक अकेडमी अवॉर्ड, 7 फिल्मफेयर अवॉर्ड के साथ पद्म भूषण से सम्मनित शख्सियत थे।