सार
यह भयानक तस्वीर छत्तीसगढ़ में जड़ जमाए बैठे नक्सलवाद को दिखाती है। बुधवार रात 60 से ज्यादा नक्सलियों ने बीजापुर जिले के एक गांव में रहने वाले एक जवानी की बेरहमी से हत्या कर दी। जवान मेडिकल लीव पर घर आया हुआ था। नक्सली इसके पुलिस में होने से गुस्से में थे। अपने बेटे को बचाने आए मां-बाप को भी नक्सलियों ने तीरों से घायल कर दिया। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है।
बीजापुर, छत्तीसगढ़. दिल दहलाने वाली यह तस्वीर छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खौफनाक चेहरे को दिखाती है। बुधवार रात 60 से ज्यादा नक्सलियों ने बीजापुर जिले के एक गांव में रहने वाले एक जवान की बेरहमी से हत्या कर दी। जवान मेडिकल लीव पर घर आया हुआ था। नक्सली इसके पुलिस में होने से गुस्से में थे। अपने बेटे को बचाने आए मां-बाप को भी नक्सलियों ने तीरों से घायल कर दिया। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। नक्सलियों के आतंक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वे तीर-कमान के अलावा बंदूकों और अन्य हथियारों से लैस थे। घटना की जानकारी लगते ही गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव पहुंचा। जांगला थाना क्षेत्र के जंगलों में नक्सलियों की सर्चिंग की जा रही है।
6 तीर मारे और फिर टंगिये से किए दनादन वार
बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप के मुताबिक, सहायक आरक्षक सोमारू पोयाम मेडिकल लीव पर गांव आया हुआ था। नक्सलियों ने उसे 6 तीर मारे। इसके साथ ही धारदार हथियार टंगिये से वार किए। घटना जांगला के मतवाड़ा की है। मृतक फरेसगढ़ थाने में तैनात था। नक्सलियों का झुंड बुधवार रात करीब 10 बजे गांव में आ धमका था। उस समय सब लोग सोने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने दरवाजा खुलवाया और जवान को बाहर खींचकर हमला कर दिया।
सिर पर टंगिये से किया घातक प्रहार
नक्सलियों ने जवान को पहले तीर मारे। इसके बाद सिर के पीछे टंगिये से घातक प्रहार किया। इससे जवान की मौके पर ही मौत हो गई। एक तीर जवान के पिता को भी मारा गया। मां पर भी हमला किया गया। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद नक्सली लोगों को धमकाते हुए जंगल में चले गए।