सार

6 जनवरी को टीम ने 6 घंटे सर्जरी कर यह ट्यूमर निकाला। अब वह बिल्कुल ठीक है, उसे शुक्रवार को डिस्चार्ज किया जाना। अमायरा मूल रूप से हरिद्वार की रहने वाली है। दिखाई न देने की शिकायत के साथ यह बच्ची पीजीआई रेफर की गई थी।
 

चंडीगढ़ । पीजीआइ चंडीगढ़ के डाक्टरों ने वो काम कर दिखाया, जिसे दुनिया के किसी डॉक्टर ने नहीं किया। जी हां, एक बच्ची अमायरा की नाक के रास्ते ट्यूमर का ऑपरेशन किया गया, जो दुनिया में इस तरह का पहला ऑपरेशन बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डाक्टरों का दावा है कि उन्होंने डेढ़ साल के बच्चे की नाक के तरफ से तीन सेंटीमीटर का ब्रेन ट्यूमर निकाला है। बताते चले कि साल 2019 में स्टैनफोर्ड में 2 साल के बच्चे की सर्जरी इसी तरह हुई थी।

पिता ने कही फ्री में हुई सर्जरी
अमायरा के पिता कुर्बान अली कपड़े की दुकान चलाते हैं। उन्होंने बताया, मेरा आयुष्मान भारत का कार्ड बना था, दवाओं के छोटे-मोटे खर्च के अलावा पूरी सर्जरी फ्री में हो गई।

6 घंटे चली सर्जरी
6 जनवरी को टीम ने 6 घंटे सर्जरी कर यह ट्यूमर निकाला। अब वह बिल्कुल ठीक है, उसे शुक्रवार को डिस्चार्ज किया जाना। अमायरा मूल रूप से हरिद्वार की रहने वाली है। दिखाई न देने की शिकायत के साथ यह बच्ची PGI रेफर की गई थी।

ऐसे किया गया ऑपरेशन
डॉ. रिजुनिता गुप्ता के मुताबिक बच्ची के लिए खासतौर पर छोटे औजार इस्तेमाल किए गए। 2.7 मिलीमीटर का पीडियाट्रिक एंडोस्कोप यूज किया। माइक्रो ईयर सर्जरी ​​​​​​इंस्ट्रूमेंट इस्तेमाल किए गए।