सार

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से एक दिल दहला देने वाली बड़ी खबर सामने आई है। जहां बीएसएफ कैंप में गुरुवार सुबह एक बीएसएफ जवान ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है।

कांकेर. छत्तसीगढ़ के कांकेर से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां गुरुवार सुबह-सुबह एक बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी बीएसएफ जवान ने खुद को गोली मार कर सुसाइड कर लिया। इस घटना के बाद फोर्स और अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मौके पर तमाम बड़े अफसर पहुंचे हैं। फिलहाल पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। जवान को गोली मारने की पुष्टि कांकेर SP शलभ कुमार सिन्हा ने की है।

वजह जानने में जुटी फोर्स और पुलिस
दरअसल, हैरान कर देने वाली यह वारदात कांकेर के कोयलीबेड़ा पुलिस थाने इलाके की है। जहां बीएसएफ जवानों का कैंप लगा हुआ है। खुद को गोली मार कर सुसाइड करने वाले जवान की पहचान  उज्जवल नंदी के रूप में हुई है, जो कि मूल रुप से  पश्चिम बंगाल का निवासी बताया जा रहा है। वह BSF की 30वीं बटालियन में पदस्थ था। उसकी ड्यूटी कोयलीबेड़ा के कामटेडा कैंप में लगी थी। हलांकी अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि जवान ने खुद को गोली क्यों मारी। 

सर्विस राइफल से उड़ा ली अपनी खोपड़ी
मृतक जवान के साथ ड्यूटी करने वाले साथी जवानों ने बताया कि यह घटना गुरुवार सुबह 6 बजे की है। जब सभी जवान बैरक से बाहर आए हुए थे। इसी दौरान अचानक  कैप से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। भाग कर पहुंचे तो उज्जवल का शव खून से लथपथ हालत में पड़ा था। वहीं पास में उसकी सर्विस राइफल पड़ी थी। उसने खुद की खोपड़ी में गोली मारी थी। फौरन इसकी जानकारी जवानों ने अपने सीनियर अधिकारियों को दी। इसके बाद पुलिस को सूचित कर बुलाया गया। वहीं मृतक के परिवार को भी सूचित कर दिया है।

पहले भी सामने आया था ऐसा ही एक मामला
बता दें कि जवानों को गोली मारकर आत्महत्या करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी ऐसी खबरें आ चुकी हैं। दो साल पहले छत्तसीगढ़ के इसी कांकेर जिले से एक बीएसएफ जवान ने खुद को सर्विस राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। जिसकी पहचान सोनीपत हरियाणा निवासी सुरेश कुमार के रुप में हुई थी। वह बीएसएफ की 157 बटालियन में हेडकांस्टेबल पदस्थ था।