सार
सर्प मित्र देवेंद्र दास बताते हैं कि वह जब 10 साल के थे, उसी वक्त से सांपों को पकड़ रहे हैं। उनका दावा है कि वह अब तक करीब 55 हजार सांप पकड़ चुके हैं। कांस्टेबल को यह कला उनके पिता से मिली है, उनकी तीन पीढ़ियां यह काम करती हुई आ रही हैं।
बस्तर (छत्तीसगढ़). सांप का नाम सुनते ही, सभी के दिल में डर बैठ जाता है, अगर सामने से दिख जाए तो धड़कने बढ़ जाती हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ में एक पुलिस का ऐसा जवान है, जिसके इशारों पर एक से एक जहरीले नाग नाचते हैं।
कई लोगों की जान बचा चुका ये सिपाही
दरअसल, इस जवान का नाम देवेन्द्र दास है, जो बस्तर जिले में पदस्थ है। यहां के लोग सिपाही को सांप मित्र कहकर पुकारते हैं। क्योंकि उसके अंदर ऐसी कला है कि वह खतरनाक सांप को अपने वश में कल लेता है। साथ ही कई लोगों की जान बचाता है।
10 साल की उम्र से पकड़ रहे हैं सांप
मीडिया से बात करते हुए सर्प मित्र देवेंद्र दास बताते हैं कि वह जब 10 साल के थे, उसी वक्त से सांपों को पकड़ रहे हैं। उनका दावा है कि वह अब तक करीब 55 हजार सांप पकड़ चुके हैं। कांस्टेबल को यह कला उनके पिता से मिली है, उनकी तीन पीढ़ियां यह काम करती हुई आ रही हैं। बता दें कि सिपाही सांपों को पकड़ने के लिए किसी हथियार का उपयोग नहीं करते हैं, वह हाथ से ही पकड़ते हैं। हलांकि उनको अब तक करीब 25 से 30 बार नाग डस चुका है। जिसके निशान उनके दोनों हाथों में बने हुए हैं। लेकिन इसके बाद भी उनको अभी तक कुछ नहीं हुआ है। शायद यह कला उनको भगवान ने ही दी हुई है।
सांपो से हो जाती है उनकी दोस्ती
बता दें कि पूरे जिले में कहीं भी अगर सांप निकलता है तो देवेंद्र दास को बुलाया जाता है। सिपाही पुलिस की डयूटी के दौरान भी वे समय निकालकर इन विषधरों को पकड़ने के लिए निकल पड़ता है। देवेन्द्र बताते हैं कि सांपों के साथ उनका कुछ ऐसा रिश्ता हो गया है कि जहां कहीं भी सांप देखते हैं तो उनसे दोस्तों जैसा व्यवहार करने लगते हैं।