सार

केमेस्ट्री की टीचर अपने ही स्कूल में पढ़ने वाले छात्र को जाल में फंसाया और उसका यौन शोषण करती रही। बच्चे को पहले वह अश्लील चैट और वीडियो भेजती थी। फिर उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाती। जब चाहे बच्चे का नंबर ब्लॉक कर देती और जरूरत पड़ती तो उसका फायदा उठाती।


रायपुर. एक शिक्षक और छात्र का रिश्ता वह रिश्ता है, जिसे हम जिंदगी भर भूल नहीं पाते हैं। जो कि प्यार-सम्मान और संस्कारों से भरपूर होता है, क्योंकि टीचर छात्र को जिंदगी जीने के गुण सिखाता है, जिनपर चलकर वह सफलता के मुकाम हासिल करता है। लेकिन छत्तसीगढ़ के बिलासपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जान हैरत में पड़ जाएंगे। यहां एक महिला शिक्षक अपने ही 16 साल के छात्र का यौन शोषण करती रही। जब चाहे तब बच्चे की बुलाती और उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाती। लेकिन जब छात्र को उसकी असलियत पता चली तो उसने दुखी होकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने अपना वीडियो और सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी दर्दभरी कहानी बयां की है।

केमेस्ट्री की टीचर सच्चाई जान मरने पर हो गया मजबूर
दरअसल, यह शर्मनाक मामला पांच दिन पहले बिलासपुर के तोरवा थाना इलाके में सामने आया है। लेकिन छात्र का सुसाइड नोट का खुलासा पुलिस ने आज बुधवार को किया है। जहां केमेस्ट्री की टीचर की हकीकत जब छात्र को पता चली तो उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इस नोट के आधार पर पुलिस ने महिला टीचर को गिरफ्तार कर लिया है। 

बच्चे से अपने शरीर की भूख मिटाती थी टीचर
बता दें कि आरोपी युवती अराधना एक्का सरकंडा इलाके के प्राइवेट स्कूल लोयला में केमेस्ट्री की टीचर है। जिसने अपने ही स्कूल में पढ़ने वाले छात्र को जाल में फंसाया और उसका यौन शोषण करती रही। बच्चे को पहले वह अश्लील चैट और वीडियो भेजती थी। फिर उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाने लगी। लेकिन छात्र को टीचर से एकतरफा प्यार हो गया। जबकि युवती सिर्फ बच्चे से अपने शरीर की भूख मिटाती थी। जब चाहे बच्चे का नंबर ब्लॉक कर देती और जरूरत पड़ती तो उसका फायदा उठाती। इसी बीच महिला अपने स्कूल में किसी स्टाफ मेंबर से प्यार में पढ़ गई। जब यह सच्चाई स्टूडेंट को पता चली तो वह दुखी हुआ। उसने कई बार युवती को फोन किया, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया छात्र ने आत्महत्या कर ली।

कोड भाषा में लिखा था सुसाइड नोट पुलिस को लगे 5 दिन
पुलिस जांच में पता चला कि मृतक बच्चे को  टेक्नोलॉजी की अच्छी जानकारी थी। उसने मरने से पहले जो सुसाइड नोट कोड भाषा में लिखा था। जिसे पुलिस डिकोड करने में पांच दिन लग गए। इतना ही नहीं टीचर क्या करती है, किससे मिलती यह सब जानकारी बच्चे को थी। उसने टीचर के मोबाइल, वॉट्सऐप और सोशल मीडिया एकाउंट हैक करके रखा था। बता दें कि टीचर छात्र से मिलने के लिए उसके घर 18 मार्च को गई थी। जैसे ही वह वापस लौटी तो बच्चे ने आधे घंटे बाद सुसाइड कर लिया।