सार


पूरे देशभर में 18 से 45 साल के लोगों को मुफ्त कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। वैक्सीनेशन के बाद लोगों को सेंटर की तरफ फाइनल सर्टिफिकेट दिया जाता है। जिस पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर लगी होती है। लेकिन छत्तसीगढ़ में राज्य के मुख्यमंत्री के फोटो वाला सर्टिफिकेट दिया जा रहा है।
 

रायपुर (छत्तीसगढ़). कोरोना के खिलाफ जारी जंग में 18 से 45 साल के लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगाई जा रही है। टीकाकरण के बाद जो फाइनल सर्टिफिकेट दिया जाता है उसपर  प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर लगी होती है। लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने पीएम की जगह मुख्यमंत्री के फोटो वाले सर्टिफिकेट देना शुरू किया है। जिसको लेकर राज्य में राजनीतिक घमासान मचा हुआ है और बीजेपी ने इस पर कई सवाल खड़े किए हैं।

सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए लॉन्च की अलग वेबसाइट 
दरअसल, भारत सरकार ने टीकाकरण के लिए लिए ऑनलाइन पोर्टल CoWIN और Aarogya Setu ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य किया है। जिसके बाद ही स्लॉट बुक होते ही अपॉइंटमेंट मिलता है। लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने 18 से 44 साल की उम्र वालों के टीकाकरण के लिए अपनी वेबसाइट CGTEEKA लॉन्च की है। जिस पर रजिस्ट्रेशन के बाद  वैक्सीन लगवाने के बाद जो सर्टिफिकेट दिया जा रहा है उसमें राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की फोटो लगी हुई है।

'आपदा में अवसर देख रही सरकार'
तस्वीर के इस मामले पर राज्य में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। विपक्षी पार्टी ने सत्ताधारी पार्टी पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांगेस इस महामारी के दौर में भी अपने प्रचार-प्रसार का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। पूरे देश में पीएम की फोटो वाला  सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। लेकिन यहां सीएम की तस्वीर सर्टिफिकेट पर आ सके इसके लिए अलग से रजिस्ट्रेशन की वेबसाइट ही लॉन्च कर दी।

स्वास्थ्य मंत्री में तस्वीर की पीछे की अलग ही वजा बताई 
वहीं इस मामले पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से जो वैक्सीन दी जा रही है उनमें पीएम की तस्वीर लगी हुई है। लेकिन 18 से 44 साल की उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने अलग से वैक्सीन खरीदी है जिस पर सीएम की फोटो लगी हुई है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।