सार
नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुआ यह जवान अपनी शादी के लिए बहुत जल्द छुट्टी लेकर घर आने वाला था। दूल्हा-दुल्हन दोनों के घरों में शादी की तैयारियां चल रही थीं। उल्लेखनीय है कि यह मुठभेड़ सोमवार को हुई थी।
बीजापुर, छत्तीसगढ़. जिस घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं, वहां अब मातम पसरा हुआ है। लोगों की आंखों में आंसू हैं, लेकिन सीना गर्व से चौड़ा भी है। यह कहानी जवान पूर्णानंद साहू की है। वे सोमवार को बिजापुर जिले के पामेड़ इलाके में नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। उनकी अगले महीने शादी होने वाली थी। 6 मार्च को सगाई थी, जबकि 27 मार्च को शादी। दूल्हा-दुल्हन दोनों घरों में शादी की तैयारियां जारी थीं। घरों की रंगाई-पुताई चल रही थी। अचानक सोमवार दोपहर दुल्हन और जवान के परिजनों को उसकी शहादत की खबर मिली।
2013 में CRPF में सिलेक्ट हुए थे...
राजनांदगांव जिले के जंगलपुर गांव के रहने वाले पूर्णानंद CRPF की कोबरा बटालियन के जवान थे। वे अपनी टीम के साथ सोमवार को सर्च ऑपरेशन के लिए निकले थे। रास्ते में नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया। करीब घंटेभर चली मुठभेड़ में पूर्णानंद और कुछ अन्य जवानों को गोलियां लगी थीं। 27 वर्षीय पूर्णानंद 2013 में CRPF में सिलेक्ट हुए थे। वे लंबे समय से बीजापुर में तैनात थे। मंगलवार को उनके गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
रिक्शा चलाकर परिवार पाल रहे थे पिता..
पूर्णानंद के चाचा प्रकाश ने बताया कि उनके पिता रिक्शा चलाते थे। इसी कमाई से वे पूरा परिवार चला रहे थे। पूर्णानंद दिवाली और फिर नए साल में छुट्टी लेकर घर आए थे। उनकी तीन बहनें और छोटा भाई है। एक बहन की शादी हो चुकी है। दो बहनों और भाई की पढ़ाई की पूरी जिम्मेदारी पूर्णानंद उठा रहे थे।