सार

बेरोजगारी से परेशान एक शख्स अपने ही पिता के लिए शैतान बन बैठा। उसका पिता रिटायर होने वाला था। इसे लेकर बेटे को टेंशन होने लगी थी। उसने अपने सालों के संग मिलकर खूनी खेल को अंजाम दिया। जानिए पूरी वजह...

जशपुर. पिता कैसा भी हो, आमतौर पर वो अपने बच्चों पर जान छिड़कता है। पिता को भी यह लगता है कि बच्चे भी उस पर जान छिड़कते होंगे। लेकिन यह मामला बेहद अलग है। बेरोजगार बेटा कैसे भी हथकंडे अपनाकर नौकरी हासिल करना चाहता था। इसके लिए बेटे ने पिता की ही हत्या कर दी, ताकि उसे अनुकंपा नियुक्ति मिल जाए। हालांकि घटना के उसका सारा प्लान फेल हो गया। अब वो सीखचों में है।

सालों के संग मिलकर पिता को मार डाला..
घटना 27 अक्टूबर को जशपुर जिले के सन्ना गांव की है। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी और उसके दोनों सालों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के मुताबिक,  महावीर राम लोहार अपने जानवरों को लेकर किसी चरवाहे के पास खाइडकोन गांव गया था। जब वो वापस लौट रहा था, तो रास्ते में एक सुनसान जगह पर धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी गई। इसकी शिकायत मृतक के अन्य बेटे आनंद राम ने पुलिस में की थी। मृतक सरकारी हास्पिटल में स्वीपर था। घटना के तीन दिन बाद ही वो रिटायर होने वाला था। 

पिता की नौकरी पाना चाहता था बेटा..
पुलिस ने बताया कि आरोपी जीवन साय(28) बेरोजगार है। उसे लगा कि अगर वो अपने पिता को मार डालेगा, तो उसे अनुकंपा नियुक्ति मिल जाएगी। यह प्लान उसने अपने दोनों सालों बिरहोर राम और मार्शल राम को बताया। साले अपने जीजा की बेरोजगारी दूर करने प्लान में शामिल हो गए। तीनों ने रिटायरमेंट के तीन दिन पहले महावीर की जान ले ली। महावीर 31 अक्टूबर को रिटायर होने वाले थे।