सार

बेशक पुलिस के मारे गुंडे-बदमाश भाग खड़े होते हों, लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस की भूतों के भय से घिग्गी बंधी हुई है। वहम के चलते पुलिस तंत्र-मंत्र का सहारा भी ले रही है। ऐसे दो मामले सामने आए हैं।

रायपुर. पुलिस को देखकर कितना भी बड़ा क्रिमिनल है, भागने में ही अपनी भलाई समझता है। लेकिन यहां मामला बड़ा विचित्र है। छत्तीसगढ़ की पुलिस भूतों से भयभीत है। भूतों से डर से पुलिस जादू-टोना और तंत्र-मंत्र का सहारा भी ले रही है। पिछले कुछ दिनों में ऐसे दो मामले सामने आए हैं।

धमतरी में भूत से डरे ट्रैफिक टीआई..
धमतरी में ट्रैफिक इंचार्ज की बागडोर कोई संभालना नहीं चाहता। इसकी जो भी वजह हो, लेकिन अफवाह है कि भूत के कारण भी ऐसा हो रहा है। हाल में यहां बड़ा अजीब मामला सामने आया है। ट्रैफिक चौकी की दीवार पर किसी ने पूर्व ट्रैफिक टीआई की नेमप्लेट रख दी। फिर उस पर जादू-टोना किया गया। लोगों ने देखा कि नेमप्लेट पर ताबीज और नींबू रखा हुआ था। हालांकि इसे किसी की शरारत से भी जोड़कर देखा जा रहा है। धमतरी पुलिस थाना प्रभारी गगन वाजपेयी ने मामले की जांच कराने की बात कही है।

डायल 112 में भूत का डर..
छत्तीसगढ़ में यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले दिनों राजधानी रायपुर में भी इसी तरह का एक मामला सामने आया था। यहां एक गाड़ी है डायल 112 की टाइगर-2। इसमें ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी भूत-प्रेत के डर से भयभीत दिखे थे। कोई भी ड्राइवर इस गाड़ी को चलाने को तैयार नहीं था। अगर अफसरों की डांट-फटकार के बाद गाड़ी चलाता भी है, तो सारी रात डर के साये में कटती थी। एक कांस्टेबल ने नाम न छापने की शर्त पर बताया था कि अगर रात में कोई इस गाड़ी में सोता है, तो भूत उसे डराकर उठा देता था। कांस्टेबल का दावा था कि ऐसा आधा दर्जन पुलिसवालों के साथ हो चुका था। इसलिए गाड़ी में नींबू-मिर्ची और लाल कपड़े में जादू-टोने की सामग्री बांधकर रखी जाने लगी थी। इस घटना को लेकर एक ऑडियो वायरल हुआ था। इसमें एक कांस्टेबल अफसर से यह कहते सुना गया था कि उन्हें लगता है कि कोई उनका गला दबा रहा है। हालांकि एएसपी डायल 112 धर्मेंद्र सिंह ने इसे महज एक वहम माना था।