सार
ईडी ने छापेमारी कर आईएएस समीर विश्नोई के घर से चार किलो सोना बरामद किया है। आईएएस समीर विश्नोई ने पूछताछ में ईडी को बताया कि ये सोना उन्हें उपहार में मिला है। हांलाकि आयकर रिटर्न में उन्होंने इस सोने का कहीं कोई जिक्र नहीं किया है।
रायपुर(Chhattisgarh). छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के मामले में ईडी की कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। ईडी की ताबड़तोड़ कार्रवाई से कई अफसरों और व्यवसायियों की नींद उड़ गई है। ईडी ने छापेमारी कर आईएएस समीर विश्नोई के घर से चार किलो सोना बरामद किया है। आईएएस समीर विश्नोई ने पूछताछ में ईडी को बताया कि ये सोना उन्हें उपहार में मिला है। हांलाकि आयकर रिटर्न में उन्होंने इस सोने का कहीं कोई जिक्र नहीं किया है।
जानकारी के मुताबिक ईडी की पूछताछ में आईएएस समीर बिश्नोई की पत्नी ने सोना और अन्य जेवरात के दस्तावेजों को देने से साफ मना कर दिया है। वहीं कोर्ट में पेश हलफनामे में ईडी ने समीर को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में बताया कि समीर ने पूछताछ के दौरान सहयोग भी नहीं किया। और तो और समीर से पूछे जाने वाले सवालों के जवाब भी उनकी पत्नी प्रीति बिश्नोई ने दिए। ईडी अधिकारियों ने कहा कि समीर अपने पद का गलत इस्तेमाल कर के सबूतों को नष्ट भी कर सकते हैं। बता दें जांच में ये बात सामने आई है कि छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित खनिज परिवहन की अवैध वसूली गैंग में आईएएस समीर बिश्नोई भागीदार भी है और उनके पास कई जगहों से अवैध राशि भी पहुंचाई जाती है।
डायरी से मिले रिश्वतखोरी के प्रमाण
कोर्ट में ईडी अधिकारियों ने बताया कि बिजनेसमैन सूर्यकांत तिवारी के कई ठिकानों पर छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तावेज मिले हैं। उन्ही दस्तावेजों से समीर बिश्नोई की भ्रष्टाचार में संलिप्तता का पता चला है। वहीं ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बताया कि महासमुंद के कारोबारी रजनीकांत तिवारी के आवास से इनकम टैक्स के छापे के दौरान मिली डायरी में आईएएस समीर बिश्नोई को 50 लाख की राशि देने की एंट्री मिली है जो कि 9 मार्च 2022 की है।
अवैध वसूली के काम में हिस्सेदार हैं IAS समीर
ईडी के वकीलों ने बताया कि बिजनेसमैन सूर्यकांत तिवारी के अवैध वसूली के काम में समीर का भी हिस्सा है, जिससे उन्हें प्रति माह लाखों रुपए मिलते थे। कोर्ट में ईडी ने बताया कि समीर के घर से किसी भी बिजनेस का कोई सबूत नहीं मिला है। इसलिए उनके घर से 47 लाख रुपए मिलना यह बताता है कि वह अवैध राशि है। वहीं इस बात पर समीर के व्हाट्सएप चैट से इस बात का साफ पता चलता है कि वह पैसे बिजनेसमैन सूर्यकांत तिवारी के लोगों द्वारा लिए गए हैं।