सार
छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर सामने आई है, छत्तसीगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर नक्सलियो ने सीआरपीएफ के जवानों पर हमला कर दिया। जिसमें तीन जवान शहीद हो गए हैं। वहीं कई जवानों के घायल होने की सूचना है।
रायपुर. छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर सामने आई है, छत्तसीगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर नक्सलियो ने सीआरपीएफ के जवानों पर हमला कर दिया। जिसमें तीन जवान शहीद हो गए हैं। वहीं कई जवानों के घायल होने की सूचना है। घटना की जानकारी लगते ही अधिकारियों ने मौके पर पुलिस फोर्स को भेजा है। लेकिन हमला करने के बाद सभी नक्सली भागने में कामयाब हो गए।
पहले से घात लगाकर बैठे थे नक्सली
दरअसल, यह हमला मंगलवार दोपहर दो से तीन बजे के बीच का बताया जा रहा है। यह अटैक उस वक्त हुआ जब सीआरपीएफ जवानों की एक टुकड़ी उड़ीसा के नौपाडा जिले में सड़क निर्माण को सुरक्षा देने के लिए जा रही थी। बताया जा रहा है कि जवान इस दौरान बोडेन पुलिस थाना इलाके के भैंसदानी के जंगल में रोड ओपनिंग पार्टी में तैनात थे। तभी पहले से घात लगाकर बैठे नक्सलियो ने फायरिंग शुरू कर दी। जवानों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। हालांकि जवानों ने भी जबावी कार्रवाई में गोलीबारी की, लेकिन वह भाग गए।
हमले में शहीद होने वाले जवानों के नाम
मीडिया के हवाले से जो खबरें सामने आ रही हैं उसके मुताबिक, इस बड़े हमले में शहीद होने वाले जवानों के नाम एएसआई शिशु पाल सिंह, एएसआई शिव लाल और कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार सिंह है। शिशुपाल सिंह लालगढ़ी अगराना, पोस्ट सिकन्दराराऊ जिला अलीगढ़ उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। धर्मेंद्र सिंह दनवार जिला रोहतास के निवासी थे। तीनों सीआरपीएफ 19 बटालियन के जवान थे। वहीं घायल हुए जवानों में से एक दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। हालांकि अभी तक इस हमले को लेकर किसी सीआरपीएफ के बड़े अधिकारी का कोई बयान सामने नहीं आया है।
एक साल पहले बीजापुर में शहीद हुए थे 22 जवान
बता दें कि सरकार और प्रशासन की तमाम सख्ती करने के बाद भी नक्सलियों के द्वारा इस तरह के हमले आए दिन होते रहते हैं। यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी कई राज्यों में ऐसे हमले होते रहते हैं। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने एक साल पहले बीजापुर में सुरक्षाबलों पर हमला किया था, जिसमें 22 जवान शहीद हो गए थे। नक्सलियों ने गोलियां और रॉकेट लॉन्चर से हमला किया था।