सार
रायपुर में मुख्यमंत्री निवास के बाहर खुद को आग लगाने वाले शख्स को लेकर उसकी पत्नी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। इस शख्स को प्रशासन ने मानसिक रूप से बीमार बताया था। लेकिन उसकी पत्नी ने कहा कि उसका पति पागल नहीं है। वो बेरोजगारी से परेशान है। पड़ोसियों की मेहरबानी से उसका परिवार चल रहा है। इस मामले में प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच की समय सीमा एक महीने तय की गई है।
रायपुर, छत्तीसगढ़. यहां दो दिन पहले मुख्यमंत्री निवास के बाहर एक शख्स ने खुद को आग लगाकर जान देने की कोशिश की थी। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने आग बुझाई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया। प्रशासन ने कहा था कि युवक का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। लेकिन कहा यह भी जा रहा है कि वो बेरोजगार है। इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री से मिलने आया था। लेकिन जब सुरक्षाकर्मियों ने उसे अंदर नहीं जाने दिया, तो उसने गुस्से में खुद को आग लगा ली। युवक अपने साथ ज्वलनशील पदार्थ लेकर आया था।अब इस शख्स की पत्नी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पत्नी ने कहा कि उसका पति पागल नहीं है। वो बेरोजगारी से परेशान है। पड़ोसियों की मेहरबानी से उसका परिवार चल रहा है। इस मामले में प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच की समय सीमा एक महीने तय की गई है।
पहले जानें मामला...
यह खौफनाक तस्वीर छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री निवास के बाहर की है। आग की लपटों में घिरा यह शख्स मुख्यमंत्री से मिलने आया था। लेकिन बिना परमिशन मिलना संभव नहीं था। जब सुरक्षाकर्मियों ने उसे अपॉइंटमेंट लेकर आने को कहा, तो वो गुस्सा हो गया। उसने खुद को आग लगाकर जान देने की कोशिश की। सुरक्षाकर्मियों ने आग बुझाई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि मूलत: धमतरी के तेलिनसट्टी का रहने वाला हरदेव सिन्हा खुद को लेखक बताता है। उसने कहा था कि वो एक शॉर्ट फिल्म बनाना चाहता है।
प्रशासन ने बताया साजिश..
इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। धमतरी कलेक्टर ने बताया कि जांच में यह पता करने की कोशिश की जाएगी कि उसे ऐसा करने के लिए किसने उकसाया...वो रायपुर तक कैसे आया, जबकि गाड़ियां बंद हैं। अगर उसने किसी कार्यालय को सूचना दी थी..तो उसका मानसिक संतुलन चेक क्यों नहीं कराया गया? राशन कार्ड में उसका नाम है या नहीं? शख्स का पचपेड़ी नाका स्थित एक प्राइवेट बर्न सेंटर में इलाज कराया जा रहा है। वो 60 प्रतिशत झुलस गया था। मुख्यमंत्री बघेल ने बयान दिया है कि हरदेव सिन्हा 2 साल से मानसिक रूप से अस्वस्थ है। उसके पास 2 एकड़ कृषि भूमि है। वह 9वीं तक पढ़ा है। उसका रोजगार गारंटी में जॉब कार्ड है। उसने पिछले महीने 11 दिन का काम भी किया था।