सार
छत्तीसगढ़ के दुर्ग में 14 जुलाई की शाम ट्यूशन पढ़कर लौट रही 12th की स्टूडेंट श्रृंखला यादव पर एक नाबालिग ने कुदाल से हमला किया था। लड़की कुछ दिन जिंदगी-मौत के बीच झूलती रही, फिर दुनिया से चली गई। इस मामले के आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने दो दिन पहले जमानत दे दी है।
दुर्ग. अपनी बेटी के हत्यारे की जमानत से मां बेहद दुखी है। मां ने हत्यारे को श्राप देते हुए प्रतिज्ञा ली है कि वो आरोपी को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उल्लेखनीय है कि दुर्ग में 14 जुलाई की शाम ट्यूशन पढ़कर लौट रही 12th की स्टूडेंट श्रृंखला यादव पर एक नाबालिग ने कुदाल से हमला किया था। श्रृंखला बुरी तरह घायल हुई थी। कुछ दिन वो जिंदगी-मौत से जूझती रही, फिर दुनिया से चल बसी थी। इस मामले में नाबालिग आरोपी को बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया था। उसे फास्ट ट्रैक कोर्ट से जमानत मिल गई है। आरोपी के परिजन ने जज मधु तिवारी की कोर्ट में कहा था कि उसे 12वीं का एग्जाम देना है। कोर्ट ने उसके भविष्य को देखते हुए जमानत याचिका मंजूर कर ली।
यह था घटनाक्रम...
श्रृंखला मैत्रीकुंज में रहती थी। घटना के वक्त आरोपी के 18 साल पूरे होने में कुछ दिन ही बचे थे। इस मामले को लेकर जबर्दस्त धरना-प्रदर्शन हुए थे। अतिरिक्त लोक अभियोजक पुष्पा रानी पाढ़ी के मुताबिक, आरोपी की लोअर कोर्ट से जमानत खारिज हो चुकी थी। उसके परिजनों ने 2 नवंबर को फास्ट ट्रैक कोर्ट में अर्जी दाखिल की। सोमवार को न्यायधीश मधु तिवारी की कोर्ट ने सुनवाई की।
अभिभावकों ने ली प्रतिज्ञा...
श्रृंखला के पिता अवधेश यादव इस फैसले से दुखी हैं। वे कहते हैं कि ऐसे कानून को बदलवाने वे संघर्ष करेंगे। श्रृंखला सिविल सर्विसेज की भी तैयारी कर रही थी। उसकी मां ने रोते हुए कहा कि उनकी बेटी तिल-मिल करके मरी। दरअसल, आरोपी श्रृंखला के एकतरफा प्यार में पागल था। वो लगातार उसका पीछा करता था। श्रृंखला के परिजनों ने इसकी शिकायत आरोपी के घर पर भी की थी, लेकिन वो नहीं सुधरा।