सार
महाशिवरात्रि पर महादेव के दर्शन करने पहुंची गर्भवती महिला को अचानक प्रसव दर्द उठा। लेडी कांस्टेबल ने बीच लाइन में ही उसकी डिलीवरी करा दी। पुलिस के इस नेक काम की जमकर तारीफ हो रही है।
धमतरी (छत्तीसगढ़). पुलिस अक्सर अपनी विवादित छवि के कारण सुर्खियों में रहती है। इस कारण लोग उनकी बुराई करते हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ में एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसकी वजह से हर कोई पुलिसवालों की तारीफ कर रहा है।
जब लेडी पुलिस बन गई डॉक्टर
दरअसल, यह सुखद खबर शुक्रवार को धमतरी जिले के एक मंदिर में देखने को मिली। जब महाशिवरात्रि के दिन हजारों की संख्या में दर्शन के लिए आए श्रद्धालु यहां के कुलेश्वर महादेव मंदिर में लंबी लाइन में लगे थे। इस दौरान एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा हुई। हर कोई उस महिला को देख रहा था, लेकिन कोई उसकी मदद के लिए सामने नहीं आया। इसी बीच मंदिर सुरक्षा में तैनत महिला पुलिस की नजर दर्द से कराहती पीड़िता पर पड़ी। ड्यूटी पर मौजूद सभी लेडी कांस्टेबल ने एक घेरा बनाकर और चारों तरफ से साड़ी को डालकर प्रसूता की डिलीवरी कराई।
जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ्य
महिला ने एक स्वस्थ्य बेटे को जन्म दिया। कुछ देर बाद सिपाहियों ने एंबुलेंस को सूचित कर मौके पर बुलाया। फिर उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ्य है।
हर किसी ने की महिला पुलिस की तरीफ
पुलिसकर्मियों ने जिस तरह से मानवता का संदेश दिया उसकी हर किसी ने तारीफ की। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे ने बताया कि सामुदायिक पुलिसिंग के तहत यह एक नया अनुभव रहा। पुलिस विभाग हर परिस्थितियों के लिए तैयार रहती है। उनका फर्ज है कि लोगों को सुविधाएं, सहायता और सुरक्षा प्रदान कराया जाए।