सार

भारत में कोरोना संक्रमण की स्पीड के बीच अस्पतालों की व्यवस्थाओं पर बुरा असर पड़ा है। खासकर ऑक्सीजन की कमी के चलते कई मरीजों को जान गंवानी पड़ी। हालांकि अब स्थितियों में सुधार हो रहा है। ऑक्सीजन के लिए भारत के मित्र देश भी मदद कर रहे हैं। इसी सिलसिले में सउदी अरब से 80 टन ऑक्सीजन का टैंक भारत के लिए रवाना हुआ।
 

नई दिल्ली. दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कोरोना संक्रमित देश बन चुके भारत की मदद के लिए दुनियाभर के मित्र देश आगे आए हैं। सउदी अरब से 80 टन ऑक्सीजन का टैंक भारत के लिए रवान हुआ। अमेरिका, कनाडा और दूसरे अन्य देशों ने भी मदद का भरोसा दिया है। कई देशों से एयरलिफ्ट करके ऑक्सीजन भारत लाई जा रही है। रविवार को सऊदी अरब के दमाम बंदरगाह से 4 क्रायोजेनिक टैंक में 80 टन ऑक्सीजन का जत्था निकला। यह बहुत जल्द मुंद्रा बंदरगाह पहुंचेगा। वहीं, कांडला पोर्ट पर रविवार को मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर बनाने के उपयोग में आने वाले पाइप का जत्था भी पहुंच गया। हजीरा पोर्ट से एमवी हाय नाम 86 नामक जहाज कांडला पहुंचा। इसमें 4722.82 टन स्टील पाइप, 1389.47 एमटी स्टील बार, 892.326 एमटी जंबो बेग और 170.535 प्रोजेक्ट कार्गो शामिल हैं। कांडला पोर्ट के प्रवक्ता ओमप्रकाश दादलाणी के मुताबिक, इन्हीं पाइपों से ऑक्सीजन सिलेंडर बनते हैं। इनमें से कुछ सामान मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल भेजा जाएगा।

ऑक्सीजन Update...

  • आस्ट्रेलियन क्रिकेटर पैट कमिंस ने भारत के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए पीएम केयर्स में 50 हजार डाॅलर दिया।
  • हिमाचल देगा दिल्ली को ऑक्सीजन: हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने दिल्ली को ऑक्सीजन देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय से बताया गया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सरप्लस ऑक्सीजन दिल्ली को बचाने के लिए देने का अनुरोध किया था। दिल्ली सीएम की अपील पर हिमाचल ने सरप्लस ऑक्सीजन भेजने का निर्णय लिया है। 
  • दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत पर हाईकोर्ट में सुनवाई: दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत पर सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई में सभी रिफिलर्स कंपनियां मौजूद थीं। हाईकोर्ट ने कहा कि अगर सप्लाई बाधित हुई, तो रिफिलर्स पर एक्शन लिया जाएगा। इस संबंध में मंगलवार को कोर्ट ने जवाब मांगा है। हाईकोर्ट में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि इनोक्स दिल्ली को 105 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई कर रही थी, लेकिन अब 85 मीट्रिक टन कर दी गई क्यों? टैंकरों को रास्ते में रोका जा रहा है। इस पर हाईकोर्ट ने केंद्र की तरफ से पेश हुईं अधिकारी सुमिता डाबरा से कहा कि वे इनोक्स से बात करें।
  • अमेजन करेगी मदद: ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन इंडिया 10 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के आयात में मदद करेगी। कंपनी ने कई स्टार्टअप और अन्य पार्टनर्स के साथ साझेदारी की है। अमेजन सिंगापुर से 8 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 500 BiPAP मशीन(यह उन मरीजों के काम आती है, जिन्हें वेंटिलेटर की जरूरत नहीं होती, इसे घर में भी रखा जा सकता है) मंगाने जा रही है। 
  • बंदरगाहों पर नहीं लिया जाएगा चार्ज: केंद्र सरकार ने सभी बंदरगाहों से कहा है कि वे ऑक्सीजन और इससे संबंधित उपकरण लाने वाले जहाजों से कोई चार्ज न लें। यह आदेश अगले तीन महीने के लिए है। जरूरत पड़ने पर इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
  • अब सिंगल पेज फॉर्म से मिलेगा कस्टम क्लियरेंस: सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज (CBIC) ने आयात की जाने वाली ऑक्सीजन और कोरोना वायरस से संबंधित मेडिकल उपकरणों के कस्टम क्लियरेंस के लिए नया फॉर्म जारी किया है। इस सिंगल पेज फॉर्म से क्लियरेंस जल्द मिलेगा।
  • हरियाणा के हिसार में 5 मरीजों की मौत: हरियाणाः परिजनों का आरोप है कि हिसार के सोनी बर्न अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 5 लोगों की मौत हुई। हिसार के डीएसपी ने बताया कि छानबीन में लापरवाही की कोई बात सामने नहीं आई है।
  • लुधियाना के वर्धमान स्टील प्लांट में बढ़ेगी ऑक्सीजन प्रोडक्शन: पंजाब के लुधियाना के वर्धमान स्टील प्लांट ने ऑक्सीजन क्षमता को बढ़ा दिया है। डिप्टी कमिश्नर ने प्लांट का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, ''यहां से हमें प्रतिदिन ऑक्सीजन के 1500 सिलेंडर मिल रहे हैं। यह बहुत बड़ी मदद है। हमें 2800 सिलेंडर की जरूरत है।''
  • तमिलनाडु की पहल: तमिलनाडु सरकार ने तूतीकोरिन में वेदांता के स्टरलाइट प्लांट को 4 महीने के लिए केवल ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए खोलने की अनुमति।
  • दिल्ली पहुंचेगी 70 टन ऑक्सीजन: 70 टन ऑक्सीजन के चार टैंकर लेकर पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस रविवार रात को रायगढ़ के जिंदल इस्पात संयंत्र से हुई। यह सोमवार रात को दिल्ली पहुंच जाएगी। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने बताया कि रेलवे ने अंगुल, कलिंगनगर, राउरकेला और रायगढ़ से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ऑक्सीजन पहुंचाने की तैयारी कर ली है। इसी बीच दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में सोमवार सुबह 4 टन ऑक्सीजन पहुंच गई। अस्पताल के मुताबिक, उसके पास 4 हजार क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन है, जो 8 घंटे चल जाएगी।
  • अमेरिका से 318 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे: आपको बता दें कि ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर एक पोर्टेबल ट्रॉली होती है। यह किसी कम्प्यूटर के साइज का भी हो सकता है। या किसी वाटर प्यूरीफायर जितना। यह घर या बाहर सामान्य हवा से ऑक्सीजन जेनरेट करता है। ये वहां इस्तेमाल किए जाते हैं, जहां लिक्विड ऑक्सीजन या प्रेशराइज्ड ऑक्सीजन न हो या वहां ऐसा करना खतरनाक हो। छोट अस्पतालों या नर्सिं होम्स में ये सहायक होते हैं। जैसा कि पता है कि हवा में 21 प्रतिशत ही ऑक्सीजन होती है। बाकी में नाइट्रोजन और अन्य गैसें। ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर सामान्य हवा से आक्सीजन खींचकर बाकी को बाहर कर देता है। एक ट्यूब के जरिये मरीज तक यह ऑक्सीजन पहुंचती है।
  • दिल्ली सरकार ने मांगी लोगों से मदद: दिल्ली सरकार ने अखबारों में एक विज्ञापन प्रकाशित कराया है। इसमें ऑक्सीजन की कमी को दूर करने संस्थानों/फैक्ट्रियों  से मदद मांगी है। स्पेशल सेक्रेट्री एसएम अली के हवाले से जारी किए गए विज्ञापन में कहा गया कि जिन संस्थानों के पास ऑक्सीजन से भरे टैंकर या खाली टैंकर हैं, वो मदद को आगे आएं। आपको सपोर्ट हजारों लोगों के इलाज में मददगार साबित होगा। विज्ञापन में फोन नंबर-9871006453,011-23392018 और ईमेल-specialsechealth@gmail.com दिया गया है। इस पर सांसद गौतम गंभीर ने कहा-मुख्यमंत्री जी को इतना ज्ञान तो होना चाहिए कि टैंकर की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है। केंद्र सरकार की जिम्मेदारी ऑक्सीजन उपलब्ध कराना होता है। आम आदमी जो अपने लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है, वह आपके लिए टैंकर की व्यवस्था करेगा।
  • अमेरिका भी मदद को आगे आया: इस बीच अमेरिका ने कोविशील्ड वैक्सीन के उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चे माल की आपूर्ति करने की सहमति दी है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी भारत के साथ सहयोग की बात कही है। 

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