सार
सबसे नये केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को अपने बुजुर्गाें की अधिक चिंता है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण अभियान में लद्दाख में साठ साल से अधिक उम्र के 85 प्रतिशत बुजुर्गाें का वैक्सीनेशन हो चुका है। जबकि मेघालय व नागालैंड सबसे फिसड्डी साबित हुआ है। यहां महज सात प्रतिशत इस उम्र्रवय के बुजुर्गों को वैक्सीन दी गई है। बड़े राज्यों में महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और बिहार सीनियर सिटीजन्स के वैक्सीनेशन में काफी पीछे है।
नई दिल्ली। सबसे नये केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को अपने बुजुर्गाें की अधिक चिंता है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण अभियान में लद्दाख में साठ साल से अधिक उम्र के 85 प्रतिशत बुजुर्गाें का वैक्सीनेशन हो चुका है। जबकि मेघालय व नागालैंड सबसे फिसड्डी साबित हुआ है। यहां महज सात प्रतिशत इस उम्र्रवय के बुजुर्गों को वैक्सीन दी गई है। बड़े राज्यों में महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और बिहार सीनियर सिटीजन्स के वैक्सीनेशन में काफी पीछे है।
किस राज्य की क्या है स्थिति
साठ साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गाें के कोरोना टीकाकरण में लद्दाख को छोड़कर किसी भी राज्य ने 60 प्रतिशत का भी आंकड़ा नहीं छुआ है। केवल लद्दाख में 85 प्रतिशत साठ साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गाें का वैक्सीनेशन हो सका है। इसके बाद दूसरे नंबर पर राजस्थान है। यहां 59 प्रतिशत बुजुर्गाें को वैक्सीन दी जा चुकी है। त्रिपुरा में 58 प्रतिशत तो सिक्किम में 51 प्रतिशत बुजुर्ग टीका लगवा चुके हैं।
अधिकतर राज्यों ने पचास प्रतिशत का आंकड़ा भी पार नहीं किया
50 प्रतिशत का आंकड़ा नहीं पार करने वाले अधिकतर राज्य हैं। इनमें छत्तीसगढ़ व गुजरात 46 प्रतिशत अपने साठ साल के बुजुर्गाें को वैक्सीन लगवा चुके हैं। हिमाचल प्रदेश में 40 प्रतिशत तो उत्तराखंड और केरल में 39 प्रतिशत। हरियाणा में 35 प्रतिशत बुजुर्ग टीका लगवा चुके हैं जबकि उड़ीसा में यह आंकड़ा 32 प्रतिशत है।
कर्नाटक और दिल्ली में महज 31 प्रतिशत बुजुर्ग ही वैक्सीन लगवाए हैं। मध्य प्रदेश में 30 तो जम्मू-कश्मीर में 29 और गोवा में 28 प्रतिशत साठ साल से अधिक उम्र वाले टीका लगवा सके हैं। झारखंड में 27 प्रतिशत तो पश्चिम बंगाल 26 प्रतिशत का आंकड़ा ही छू सका है।
सबसे अधिक केस वाले महाराष्ट्र में 26 प्रतिशत को ही वैक्सीन
सीनियर सिटीजन्स को वैक्सीन देने के मामले में महाराष्ट्र में सबसे अधिक लापरवाही है। यहां अभी तक महज 26 प्रतिशत सीनियर सिटीजन्स को ही वैक्सीन लगाया गया है।
इन राज्यों में 20 प्रतिशत से कम सीनियर सिटीजन्स को लगा टीका
दमन-दीव व बिहार में 20 प्रतिशत तो आंध्र प्रदेश, मिजोरम, चंडीगढ़, पंजाब, तेलंगाना, असम, अरुणाचल प्रदेश, पुडुचेरी, तमिलनाडु 20 प्रतिशत से कम वैक्सीन लगाया गया है। मेघालय व नगालैंड में महज सात प्रतिशत सीनियर सिटीजन्स को टीका लगाया जा सका है।
सरकार ने तय की है वैक्सीनेशन की प्राॅयरिटी
देश में कोरोना की दूसरी लहर बेहद खतरनाक है। पिछले 24 घंटों में 1.31 लाख से अधिक कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिले हैं। दिन ब दिन प्रतिदिन का आंकड़ा बढ़ ही रहा है। महामारी को खत्म करने के लिए सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए प्राॅयरिटी तय की थी। इसके तहत हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स व साठ साल से अधिक उम्र के बुजुर्गाें को सबसे पहले वैक्सीन दिया जाना था। लेकिन प्राॅयरिटी लिस्ट में सबसे पहले आने वालों को ही टीकाकरण में कोताही बरती जा रही है।