सार

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (new variant Omicron) को लेकर लगातार रिसर्च सामने आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि यह डेल्टा के मुकाबले कम घातक है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने चेतावनी दी है कि इसे हल्के में न लें।

नई दिल्ली. कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन (new variant Omicron) दुनियाभर के लिए एक नई चिंता का कारण बना हुआ है। इसे लेकर लगातार रिसर्च सामने आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि यह डेल्टा के मुकाबले कम घातक है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने चेतावनी दी है कि इसे हल्के में न लें। WHO के सीनियर आपात अधिकारी कैथरीन स्मॉलवुड(Katherine Smallwood) ने चेतावनी दी है कि इसे लेकर सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। क्योंकि ओमिक्रोन संक्रमण की बढ़ती दर बुरा असर डाल सकती है।

मेडिकल सिस्टम कर सकती है ध्वस्त
कैथरीन स्मॉलवुड ने कहा कि बेशक ओमिक्रोन डेल्टा वेरिएंट से थोड़ा कम घातक है, लेकिन यह मौत की वजह भी बन सकता है। उन्होंने साफ कहा,''हम बहुत खतरनाक चरण में हैं। पश्चिमी यूरोप में संक्रमण दर में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसका प्रभाव अभी तक स्पष्ट नहीं है। लेकिन ओमिक्रोन से पूरा मेडिकल सिस्टम ध्वस्त हो सकता है।'

भारत में तेजी से फैल रहा ओमिक्रोन
भारत में ओमीक्रोन संक्रमण (Omicron) जिस तेजी से बढ़ रहा अगर नहीं संभले तो यह दूसरी लहर से अधिक लोगों को अपने चपेट में लेने जा रहा है। दरअसल, ओमीक्रोन के प्रति बेहद लापरवाह रवैया इसकी भयावहता को और बढ़ा रहा है। देश में कोविड-19 टेस्ट की रिपोर्ट्स की मानें तो प्रतिदिन आने वाले नए कोविड केसों में ओमीक्रोन से 60-80 प्रतिशत संक्रमित रह रहे हैं जबकि एक सप्ताह पहले यह आंकड़ा 37 प्रतिशत था। 

नेजल वैक्सीन के बूस्टर डोज को मिल सकती है मंजूरी 
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की एक्सपर्ट कमेटी ने मंगलवार को एक अहम मीटिंग की थी। इसमें भारत बायोटेक कंपनी की नेजल वैक्सीन (नाक के जरिए दी जाने वाली वैक्सीन) को बूस्टर डोज के तौर पर मंजूरी देने देने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। इसे इमरजेंसी यूज की अनुमति दी जा सकती है।  कंपनी का कहना है कि दो डोज लगवा चुके लोगों को अगर बूस्टर डोज दिया जाता है, तो यह अच्छा विकल्प हो सकती है।


100 देशों में फैल चुका है ओमिक्रोन
दक्षिण अफ्रीका से शुरुआत करने वाला ओमिक्रोन 100 देशों में फैल चुका है। इससे पहले WHO के चीफ टेडरोस एडनोम गेब्रियासिस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कोरोना महामारी को लेकर दुनिया को सतर्क रहने को कहा था। खासकर, भारत में तीसरी लहर की आशंका जताई थी, जिसका असर दिखाई देने लगा है। गेब्रियासिस ने आगाह किया कि डेल्टा और ओमिक्रॉन वैरिएंट सुनामी हेल्थ सिस्टम को तबाही के कगार पर पहुंचा सकती है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर का हेल्थ सिस्टम पहले से ही अपनी क्षमताओं से कहीं ज्यादा काम कर रहा है। डेल्टा और ओमिक्रॉन के संक्रमण का आंकड़ा रिकॉर्ड ऊंचाई तक ले जाएंगे। इससे हॉस्पिटलाइजेशन और मौतें बढ़ेंगी। 

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