सार

कोरोना संक्रमण (corona virus) ने एक बार फिर दुनिया में हाहाकार मचा दिया है। सभी देश संक्रमण रोकने अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन चीन के तौर-तरीके चौंकाने वाले हैं। वो जीरो कोविड पॉलिसी(zero covid policy) के तहत लोगों को बक्सों में बंद करके रख रहा है।

बीजिंग(Beijing). दुनियाभर में कोरोना संक्रमण(corona virus) फैलाने के लिए चीन को दोषी माना जाता रहा है। कोरोना ने एक बार फिर सारी दुनिया को परेशान कर रखा है। सभी देश संक्रमण रोकने अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन चीन के तौर-तरीके चौंकाने वाले हैं। वो जीरो कोविड पॉलिसी(zero covid policy) के तहत लोगों को बक्सों में बंद करके रख रहा है। मीडिया और सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं, जिनसे पता चलता है कि चीन कोरोना संक्रमण रोकने कितनी क्रूरता और सख्ती दिखा रहा है।

अत्याचार करके कोरोना को हराना है
चीन 'जीरो कोविड पॉलिसी' के तहत कोरोना संक्रमितों को टॉर्चर कर रही है।  यह ठीक वैसा है जैसा हिटलर ने अपने दुश्मनों के साथ किया था। शांक्सी प्रांत के शियान शहर से कुछ वीडियो सामने आए हैं, इसमें क्वारैंटाइन सेंटर के नाम पर लोहे के बक्सों में मरीजों को बंद करके रखा जा रहा है। इंटरनेशनल मीडिया के इस खुलासे के बाद समूची दुनिया चीन के इस रवैये से हैरान है। दुनियाभर में उसकी आलोचना भी हो रही है। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को भी इन बक्सों में रहने को मजबूर कर रहा है। हैरानी की बात यह है कि अगर किसी इलाके में एक भी कोरोना संक्रमित मिलता है, तो उस इलाके के सभी लोगों को लोहे के बक्से में रहने को कहा जाता है। बताया जाता है कि आधी रात को लोगों को घरों से निकालकर इन बक्सों में भेज दिया जा रहा है।

बाहर निकलने की अनुमति नहीं
चीन में 'ट्रैक-एंड-ट्रेस' रणनीति के तहत पॉजिटिव के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को जबरिया क्वारैंटाइन सेंटर भेजा जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीन में इस समय 2 करोड़ लोग घरों में कैदी की तरह रह रहे हैं। ये लोग जरूरी चीजें जैसे-खाना आदि भी खरीदने बाहर नहीं निकल सकते हैं। कई लोगों ने सोशल मीडिया के जरिये मदद की गुहार लगाई है। चीन के बीजिंग में अगले महीने विंटर ओलंपिक होने जा रहे हैं। चीन इसे देखते हुए भी यह सख्ती दिखा रहा है। 

ओमिक्रोन के बाद और अधिक सख्ती
चीन में ओमिक्रोन वैरिएंट के मरीज मिलने के बाद और सख्ती बरती जा रही है। हाल में अनयांग शहर में 2 ओमिक्रॉन संक्रमित मिले। इसके बाद यहां लॉकडाउन लगा दिया गया। यहां करीब 55 लाख की आबादी है। वहीं, 1 करोड़ 30 लाख आबादी वाले शीआन शहर और 11 लाख की आबादी वाले युझोउ शहर में पहले ही लॉकडाउन लगाया जा चुका है। यानी चीन में करीब 1.96 करोड़ आबादी लॉकडॉउन में है।

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