सार

भारत और बांग्लादेश के बीच चल रहे ऐतिहासिक टेस्ट मैच के दौरान भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेदुलकर ने 2001 के एतिहासिक टेस्ट को याद करते हुए कई बातों का खुलासा किया। 

कोलकाता. भारत और बांग्लादेश के बीच चल रहे ऐतिहासिक टेस्ट मैच के दौरान भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेदुलकर ने 2001 के एतिहासिक टेस्ट को याद करते हुए कई बातों का खुलासा किया। सचिन ने बताया कि लक्ष्मण ने जिस मैच में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ 281 रनों की पारी खेली थी। उस मैच में लक्ष्मण को तीसरे नंबर पर भेजने का निर्णय सौरव गांगुली और तत्कालीन कोच जॉन राइट ने सिर्फ 10 मिनट के अंदर लिया था। इस पारी के बाद लक्ष्मण का करियर अलग ऊंचाइयों पर पहुंच गया था। 

इस ऐतिहासिक मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले 445 रन बनाए, जिसके जवाब में भारत की टीम सिर्फ 171 रनों पर सिमट गई थी। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को फॉलोऑन दे दिया था। अब भारत को जीतने के लिए दूसरी पारी में अच्छे खासे रन बनाने थे। इस मैच में लक्ष्मण ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की थी और द्रविड़ छठवे नंबर पर खेले थे। दोनों ने मिलकर 376 रनों की पारी खेली थी और भारत यह मैच जीत गया था। 

सचिन ने इस मैच के बारे में बताया कि फॉलोऑन मिलने के बाद भारत को हर हाल में मैच बचाना था। कप्तान गांगुली और कोच जॉन राइट मैच बचाने की रणनीति बना रहे थे। दोनों के पास सिर्फ 10 मिनट का समय था और दोनों ने निर्णय लिया कि लक्ष्मण तीसरे नंबर पर खेलेंगे और द्रविड़ छठवें नंबर पर खेलेंगे। इन दोनों ने शानदार पारी खेली और भारत को बढ़त मिल गई। सचिन ने कहा कि "लक्ष्मण शानदार लय में थे। जब मैदान पर लक्ष्मण और द्रविड़ खेल रहे थे कोई अपनी जगह से हिल भी नहीं रहा था। उनके लिए ड्रिंक्स और बर्फ के पैक तैयार किए जा रहे थे। हमें उम्मीद थी कि यदि भज्जी और जहीर ने अच्छी गेंदबाजी की तो हम मैच जीत सकते हैं।" 

इस मैच में हरभजन सिंह ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 6 विकेट झटके थे, जिसमें एक हैट्रिक भी शामिल थी। भारत ने इस मैच के बाद बेंगलुरू का टेस्ट भी जीता था और ऑस्ट्रेलिया को सीरीज 2-1 से हरा दी थी। ऑस्ट्रेलिया की यह टीम स्टीव वॉ की कप्तानी में सबसे मजबूत टीमों में से एक थी।