सार
बीसीसीआई की सालाना बैठक में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस के दिग्गज नेता राजीव शुक्ला को बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। पूर्व गेंदबाज चेतन शर्मा को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए सलेक्शन पैनल का अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, आईपीएल 2022 के लिए 8 नहीं बल्कि 10 टीमों को खेलने की मंजूरी दी है।
स्पोर्ट्स डेस्क : गुरुवार को अहमदाबाद में हुई बीसीसीआई की सालाना बैठक में कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इस बैठक में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। वह अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी ) में बीसीसीआई के प्रतिनिधि होंगे। वहीं, कांग्रेस के दिग्गज नेता राजीव शुक्ला को बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। 2021 में होने वाले टी-20 विश्वकप के आयोजन के लिए आईसीसी को टैक्स में छूट देने के मामले के लिए बीसीसीआई ने थोड़ा और समय मांगा है। इसके लिए बीसीसीआई को भारत सरकार से इजाजत लेनी होगी फिर इसपर फैसला हो पाएगा। इसके लिए 31 दिसंबर 2020 तक बीसीसीआई को जवाब देना था।
चयन समिति में इन लोगों को मिली जगह
बीसीसीआई की बैठक में भारतीय टीम के लिए सिलेक्टर्स भी चुने गए, इसमें पूर्व गेंदबाज चेतन शर्मा को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए सलेक्शन पैनल का अध्यक्ष बनाया गया है। चीफ सलेक्टर चुने जाने पर चेतन शर्मा ने कहा कि ''भारतीय क्रिकेट की एक बार फिर से सेवा करने का मौका मिलना निश्चित रूप से मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं ज्यादा नहीं बोलता, क्योंकि मेरा काम ही बोलेगा। मैं इस मौके के लिए केवल बीसीसीआई का शुक्रिया करता हूं।"
सिलेक्शन कमेटी में जगह बनाने के लिए अजीत अगरकर का भी नाम था, लेकिन वो समिति में जगह नहीं बना पाए। वहीं, समिति में मुंबई के अबे कुरुविला और ओडिशा को देवाशीष मोहंती को भी 5 मेंबर वाली सलेक्शन कमेटी में शामिल किया गया है। बता दें कि सुनील जोशी और हरविंदर सिंह पहले से ही सलेक्शन पैनल के सदस्य हैं। नई सिलेक्शन कमेटी इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज लिए भारतीय टीम का चयन करेगी।
आईपीएल में मिली 2 नई टीमों को जगह
बीसीसीआई की 89वीं सालाना बैठक में आईपीएल को लेकर भी बड़ा फैसला लिया गया। समिति ने आईपीएल 2022 के लिए 8 नहीं बल्कि 10 टीमों को खेलने की मंजूरी दी है। इसका मतलब इंडियन प्रीमियर लीग में 2 नए टीमें शामिल होंगी।
इसके साथ ही अगले साल महिला टेस्ट मैचों का आयोजन भी हो सकता है। इसपर अंतिम फैसला लिया जाना बाकी है। वहीं मीटिंग में अंपायरों और स्कोरर की रिटायरमेंट की उम्र 55 से बढ़ाकर 60 साल कर दी गई।