पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने NRC को लेकर बड़ा बयान दिया है। सरकार को आड़े हाथो लेते हुए पठान ने कहा कि मुझे अपने देश में रहने के लिए किसी की परमिशन की जरूरत नहीं है। मैं कुछ भी होने से पहले एक भारतीय हूं। 

नई दिल्ली. पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने NRC को लेकर बड़ा बयान दिया है। सरकार को आड़े हाथो लेते हुए पठान ने कहा कि मुझे अपने देश में रहने के लिए किसी की परमिशन की जरूरत नहीं है। मैं कुछ भी होने से पहले एक भारतीय हूं। इरफान पठान ने ट्विटर पर जामिया के छात्रों का समर्थन किया था, जिसके बाद उनकी जमकर आलोचना हो रही है। इस मुद्दे पर अपना बचा करते हुए इरफान ने कहा कि मैं कुछ भी होने से पहले भारतीय हूं और मुझे भी अभिव्यक्ति की आजादी है। 

देश में पिछले कई दिनों से CAA को लेकर बवाल चल रहा है। लोग CAA के विरोध में सड़कों पर हैं। असम के लोगों का कहना है कि सभी शरणार्थियों को उनके देश वापस भेजा जाना चाहिए, जबकि सरकार पड़ोसी देशों के गैर मिस्लिम शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देना चाहती है। सरकार का कहना है कि इन लोगों को धर्म के नाम पर उनके ही देश में प्रताड़ित किया गया है, इसलिए यह हमारा कर्तव्य बनता है कि हम इन लोगों की मदद करें। वहीं विपक्ष CAA में मुस्लिम शरणार्थियों के ना होने की बात कहकर इसे धार्मिक और मुस्लिमों के खिलाफ बता रहा है। 

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CAA के खिलाफ देश भर में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। इनमें से कई प्रदर्शनों में हिंसा भी हुई है। जामिया विश्वविद्यालय में भी छात्रों ने प्रदर्शन किया था, जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्यवाई में कई छात्र घायल हुए थे। विपक्ष और छात्र पुलिस की इसी कार्यवाई का विरोध कर रहे हैं। इरफान ने भी इस मामले पर कहा था कि राजनीति का खेल चलता रहेगा पर जामिया के छात्रों को लेकर मैं चिंतित हूं। इसी ट्वीट को लेकर इरफान की किरकिरी हुई थी। इरफान ने हिंन्दुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा कि मैने 2004 में पाकिस्तान जाकर अपनी भारतीयता और देशभक्ति का प्रदर्शन किया था। वहां एक लड़की ने मुझसे पूछा था कि आप मुस्लिम होने के बावजूद भारत के लिए क्यों खेलते हैं तब मैने जवाब दिया था कि भारत मेरा देश है और यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस देश के लिए खेलने का मौका मिला है।

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