सार
भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे अंडर-19 वर्ल्डकप के फाइनल मैच में भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल ने 88 रनों की शानदार पारी खेली। वो भले ही शतक से चूक लग लेकिन फाइनल मैच में उनके ये रन बहुत अहम हैं।
नई दिल्ली. भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे अंडर-19 वर्ल्डकप के फाइनल मैच में भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल ने 88 रनों की शानदार पारी खेली। वो भले ही शतक से चूक लग लेकिन फाइनल मैच में उनके ये रन बहुत अहम हैं। एक तरफ लगातार गिरते विकटों के बीच जायसवाल ने एक छोर संभाले रखा और भारत का स्कोर 150 के पार ले गए। जब उनका विकेट गिरा तब भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों के लिए तेजी से रन बनाने का अच्छा मौका था। इस दिन उनकी मां ने बेटे की सफलता के लिए पूजा की थी।
बांग्लादेश की स्लेजिंग का दिया मुंहतोड़ जवाब
मैच की शुरुआत से ही बांग्लादेश के गेंदबाज आक्रामक मूड में नजर आ रहे थे। पहले ही ओवर से इन खिलाड़ियों ने स्लेजिंग करनी शुरू कर दी। यशस्वी ने इस स्लेजिंग का कोई जवाब नहीं दिया, बस अपना बल्ला दिखाया। इसके बाद उनके बल्ले से निकला हर रन बांग्लादेश के खिलाड़ियों को जवाब दे रहा था। इस मैच में उन्होंने 88 रनों की शानदार पारी खेली और लो स्कोरिंग मैच में अपनी टीम के लिए अहम योगदान दिया।
काम आई मां की दुआ
मैच से पहले उनकी मां ने बताया कि वो क्रिकेट मैच नहीं देखती हैं। वो सिर्फ दिनभर पूजा करती रहती हैं। उन्होंने मां से यही प्रार्थना की है कि उनका बेटा वर्ल्डकप जीतकर लाए। यशस्वी के पिता मैच देखते हैं। उनका कहना है कि भारत एक बार फिर अंडर -19 वर्ल्डकप जीते। सभी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करें और भारत की जीत में उनके बेटे का अहम योगदान हो।