सार
गुलाबी एसजी गेंद हालांकि स्पिनरों के लिए चुनौती हो सकती है क्योंकि दूधिया रोशनी में इसका रंग बरकरार रखने के लिए रंग की अतिरिक्त परत लगाई गई है।
कोलकाता: सीनियर आफ स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि ईडन गार्डन्स में दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद से अंगुली के स्पिनरों की तुलना में कलाई के स्पिनरों की गेंद को समझना अधिक मुश्किल होगा। भारत अपना पहला बहुप्रतीक्षित डे-नाइट टेस्ट बांग्लादेश के खिलाफ ईडन गार्डन्स में शनिवार से खेलेगा। इसे लेकर काफी उत्सुकता है कि गुलाबी गेंद कैसा बर्ताव करेगी।
कुलदीप यादव हैं बेहतरीन बॉलर- हरभजन
भारत के पास कुलदीप यादव के रूप में कलाई का स्पिनर है लेकिन हरभजन चयन मामलों पर बात नहीं करना चाहते। हरभजन ने कहा, ‘‘यह टीम प्रबंधन का फैसला होगा और मैं टिप्पणी नहीं कर सकता। लेकिन इससे पहले बांग्लादेश को तेज गेंदबाजी की अनुकूल पिच पर भारतीय गेंदबाजों का सामना करना होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘और साथ ही सभी को पता है कि कोलकाता में सूर्यास्त के समय साढ़े तीन से साढ़े चार के समय तेज गेंदबाज सबसे अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। लेकिन अगर हमें भविष्य में अधिक दिन-रात्रि के मैच खेलने हैं तो स्पिनरों को लेकर अधिक जानकारी जुटाने की जरूरत है।’’
गुलाबी गेंद स्पिनरों के लिए साबित हो सकती चुनौती
हरभजन ने याद दिलाया कि 2016 ट्राफी में गुलाबी गेंद से कुलदीप कितने खतरनाक गेंदबाज बन गए थे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आपको द लीप ट्राफी याद है तो कोई भी कलाई से कुलदीप की गेंद को प्रभावी तरीके से नहीं समझ पा रहा था। उस टूर्नामेंट में लेग स्पिनरों को काफी विकेट मिले थे।’ उन्होंने बताया कि आखिर कलाई के स्पिनर क्यों अधिक प्रभावी होंगे। उन्होंने हालांकि कहा कि मुथैया मुरलीधरन जैसे स्पिनर गुलाबी गेंद से काफी प्रभावी हो सकते हैं। भारत के महानतम स्पिनरों में से एक हरभजन ने कहा, ‘‘लेकिन मुथैया मुरलीधरन जैसे अपवाद हो सकते हैं जो अंगुली का स्पिनर होने के बावजूद खतरनाक हो सकता है।’’
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)