सार
महाराष्ट्र में ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री के पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच पिछले कुछ दिनों से खींचतान देखने को मिल रही थी। इस बीच बुधवार को बीजेपी विधायक दल की मीटिंग में देवेंद्र फडणवीस को नेता चुन लिया गया। नेता चुने जाने के बाद शिवसेना को लेकर मुख्यमंत्री ने नर्म संकेत भी दिए और कहा कि राज्य में गठबंधन की ही सरकार बनेगी।
मुंबई। महाराष्ट्र में ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री के पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच पिछले कुछ दिनों से खींचतान देखने को मिल रही थी। इस बीच बुधवार को बीजेपी विधायक दल की मीटिंग में देवेंद्र फडणवीस को नेता चुन लिया गया। नेता चुने जाने के बाद शिवसेना को लेकर मुख्यमंत्री ने नर्म संकेत भी दिए और कहा कि राज्य में गठबंधन की ही सरकार बनेगी।
क्या ये है सत्ता में भागीदारी का फॉर्मूला
अब खबरें आ रही हैं कि राज्य में नई सरकार के गठन के लिए बीजेपी ने शिवसेना को एक ऑफर दिया है। एक मराठी टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी ने अपने सहयोगी दल को डिप्टी सीएम की पोस्ट के साथ कैबिनेट में 13 मंत्रियों की जगह का ऑफर दिया है। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर ऐसे ऑफर की पुष्टि नहीं हो पाई हैं।
मुख्यमंत्री पद को लेकर तनातनी
मंगलवार को शिवसेना और बीजेपी ने एक-दूसरे के प्रति कड़ा रुख दिखाया था। फडणवीस ने कहा था कि वो अगले पांच साल के लिए भी मुख्यमंत्री बनेंगे। और पार्टी ने ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई चुनाव से पहले सहयोगी के साथ कोई करार नहीं किया था। जबकि संजय राऊत ने कहा था कि शिवसेना सत्ता के लिए भूखी नहीं है। हमारे पास दूसरे विकल्प भी हैं। इसके बाद यह खबर भी सामने आई कि नई सरकार को लेकर गठबंधन के नेताओं की प्रस्तावित बैठक को रद्द कर दिया गया।
चुनाव में गठबंधन को पूर्ण बहुमत
अब एक बार फिर भाजपा-शिवसेना की सरकार की सुगबुगाहट है। बताते चलें कि 24 अक्टूबर को 288 विधानसभा सीटों के नतीजों में गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिला था। भाजपा को 105 सीटें जबकि शिवसेना को 56 सीटें मिली थीं।
दोनों पार्टियों के पक्ष में आए हैं निर्दलीय
बाद में दोनों पार्टियों को अलग-अलग विधायकों का समर्थन भी हासिल हुआ। भाजपा को छह विधायकों ने और शिवसेना को पांच विधायकों ने अपना समर्थन दिया था। अब देखना होगा कि क्या सच में महाराष्ट्र में नई सरकार का फॉर्मूला तय हो गया है या अभी रस्साकसी जारी है।
पवार एनसीपी विधायक दल के नेता
उधर, बुधवार को मुंबई में एनसीपी विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में शरद पवार के भतीजे और राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री अजित पवार को विधायक दल का नेता चुना गया। नेता चुनने का अधिकार पार्टी ने शरद पवार को सौंपा था।