सार
गुजरात विधानसभा चुनाव में 27 साल बाद बीजेपी ने एक बार फिर कमाल करते हुए कमल खिला दिया। 2022 के चुनाव में बीजेपी को रिकॉर्ड 156 सीटें मिलीं, जो कि गुजरात के इतिहास में सबसे ज्यादा हैं। बता दें कि इस बार अगर पूरा विपक्ष मिलकर भी गुजरात में बीजेपी के खिलाफ लड़ता तो भी उसे सत्ता में वापसी से नहीं रोक सकता था। कैसे? आइए जानते हैं।
Gujrat Assembly Election 2022 Analysis: गुजरात विधानसभा चुनाव में 27 साल बाद बीजेपी ने एक बार फिर कमाल करते हुए कमल खिला दिया। 2022 के चुनाव में बीजेपी को रिकॉर्ड 156 सीटें मिलीं, जो कि गुजरात के इतिहास में सबसे ज्यादा हैं। वहीं, अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस महज 17 सीटों पर सिमट गई। इससे पहले कांग्रेस की सबसे कम सीटें 32 साल पहले 1990 में आई थीं। तब कांग्रेस महज 33 सीटों पर सिमट गई थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 2022 के चुनाव में आप और AIMIM ने मिलकर कांग्रेस के वोट काटे, जिसके चलते उसे अब तक की सबसे कम सीटें मिलीं।
किसे मिले कितने प्रतिशत वोट?
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 2022 के चुनाव में बीजेपी को सबसे ज्यादा 52.5% वोट मिले। वहीं, दूसरे नंबर पर कांग्रेस को 27.3% वोट मिले। इसके बाद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को 12.9% और अन्य को 7.01% वोट मिले। वहीं ओवैसी की AIMIM को 0.29% वोट मिले।
सारी पार्टियां मिलकर 50% वोट भी नहीं ले सकीं :
गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अकेले ही करीब 53% वोट हासिल किया। वहीं बाकी की सभी पार्टियां मिलकर महज 47% वोट ही पा सकीं। ऐसे में कहा जा सकता है कि अगर विपक्ष की सारी पार्टियां मिलकर भी BJP के खिलाफ चुनाव लड़तीं, तब भी उसे गुजरात में सरकार बनाने से नहीं रोक पातीं।
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आप और AIMIM ने पहुंचाया कांग्रेस को नुकसान :
2022 के चुनाव में आप और ओवैसी की पार्टी ने भी मैदान में किस्मत आजमाई। हालांकि, इन दोनों ही पार्टियों ने मुस्लिम बहुल इलाकों में कांग्रेस को ही नुकसान पहुंचाया। कांग्रेस का पारंपरिक वोट बैंक आप और AIMIM में बंट गया, जिसके चलते उसे इस बार अब तक की सबसे कम यानी 17 सीटें ही मिल पाईं। वहीं, इसका फायदा बीजेपी को हुआ और वो 156 सीटें जीत गई।
कांग्रेस के वोट बैंक में AAP-AIMIM ने यूं लगाई सेंध :
गुजरात की मुस्लिम बहुल दरियापुर सीट की बात करें तो यहां कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही। हालांकि, इस सीट से अगर AAP-AIMIM के उम्मीदवार न होते तो ये सीट कांग्रेस जीत जाती। कांग्रेस उम्मीदवार ग्यासुद्दीन शेख को बीजेपी के कौशिक जैन ने 5,243 वोटों से हराया। शेख को जहां 55,847 वोट मिले, वहीं जैन को 61,090 वोट मिले। लेकिन आप उम्मीदवार को यहां 4,164 और AIMIM के प्रत्याशी को 1,771 वोट मिले। ऐसे में अगर इन दोनों के वोट (5935) कांग्रेस को मिलते तो ग्यासुद्दीन शख्स आसानी से जीत जाते। इसी तरह का मार्जिन कई और सीटों पर भी रहा, जहां कांग्रेस उम्मीदवार आसानी से जीत सकते थे।
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