सार

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 207 (Himachal Pradesh Assembly Election 2017) में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला। हालांकि बीजेपी के सीएम कैंडिडेट प्रेमकुमार धूमल चुनाव हार गए थे।
 

शिमला. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 (Himachal Pradesh Assembly Election 2017) के परिणाम चौंकाने वाले थे। राज्य में बीजेपी को बहुमत से ज्यादा सीटें मिली लेकिन मुख्यमंत्री पद के दावेदार खुद अपनी सीट नहीं जीत पाए। 2017 विधानसभा चुनाव में कुल 68 सीटों में से बीजेपी को 44 पर जीत मिली। कांग्रेस को 21 सीटें मिलीं, जबकि 3 सीटें अन्य के खाते में गईं। राज्य में यह चौंकाने वाला था कि मुख्यमंत्री पद के दावेदार प्रेम कुमार धूमल चुनाव हार गए। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को भी हार का मुंह देखना पड़ा था। 

हिमाचल प्रदेश का चुनाव किसने जीता
नवंबर 2017 में हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनान में भाजपा को 68 में से 44 सीटें मिली। जहां तक वोट पर्सेंटेज की बात है तो बीजेपी को कुल 48.8 फीसदी वोट मिले। जबकि मुख्य विपक्षी कांग्रेस को राज्य में 41.7 प्रतिशत वोट मिले। दोनों पार्टियों के बीच में करीब 7 फीसदी वोटों ने कांग्रेस से दोगुनी सीटें दिलाने में मदद की। भारतीय जनता पार्टी के सामने चुनौती है कि वह राज्य में वोटिंग के इस ट्रेंड को बनाए रखे। हालांकि कांग्रेस ने सवर्ण मतों को अपने पाले में लाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के परिवार का सहारा लिया है। वहीं भाजपा लगातार राजपूत नेताओं को आगे बढ़ाती रही है ताकि वोट बैंक बना रहे। 

राज्य में सत्ता रिपीट करने की चुनौती
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2012 में कांग्रेस 36 सीटें जीतकर राज्य की सत्ता पर काबिज हुई थी। लेकिन हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में वह सत्ता नहीं बचा पाई और मात्र 21 सीटें ही जीत पाई। 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 26 सीटें मिली थी लेकिन 2017 में उनको 18 सीटों का फायदा हुआ और पार्टी ने कुल 44 सीटें जीत लीं। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी के सामने चुनौती है कि वह राज्य की सत्ता को रिटेन करे। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद सक्रिय हैं और हाल ही में उन्होंने रोड शो किया था। 

हिमाचल में आप की हुई एंट्री
चुनाव विशेषज्ञ मानते हैं हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 आसान नहीं होने वाला है क्योंकि पंजाब में चौंकाने वाला परिणाम लेकर आम आदमी पार्टी हिमाचल पहुंच रही है। आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल हिमाचल की जनता के लिए वायदों का पिटारा खोलेंगे। उनकी टीम के कई नेता हिमाचल प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। इस बीच पार्टियों में एक-दूसरे दलों के नेताओं को तोड़ने की होड़ भी मची हुई है। चुनाव से पहले तक कई नेता इधर से उधर हो सकते हैं। माना जा रहा है कि टिकट बंटवारे के बाद असंतुष्टों पर पार्टियां दांव लगाने से नहीं चुकेंगी। इसलिए माना जा रहा है कि राज्य में बीजेपी, कांग्रेस के अलावा आप भी एक बड़ा फैक्टर बन सकती है। 

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