सार

चरणजीत सिंह चन्नी के तौर पर पंजाब को 111 दिन का सीएम देने वाली इस सीट पर इस बार आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी से है। 

Chamkaur Sahib Election Results 2022: आम आदमी पार्टी के चरणजीत सिंह (Charanjit Singh) ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) को 7,942 वोटों से हराकर चर्चा में आ गए हैं। आप प्रत्याशी को जहां 70,242 वोट मिले, तो वहीं सीएम को केवल 62,306 वोटों से ही संतोष करना पड़ा। बहुजन समाज पार्टी के हरमोहन सिंह को 3,802 वोट ही मिले। आप प्रत्याशी को 47.6 प्रतिशत वोट मिले। वहीं सीएम को 42.22 प्रतिशत वोटों से ही संतोष करना पड़ा। 

चमकौर साहिब सीट की खास बात

चमकौर साहिब पंजाब के रोपड़ ज़िले में स्थित एक कस्बा है। यहा चमकौर के युद्ध (प्रथम और द्वितीय) के लिए प्रसिद्ध है, जो गुरु गोविंद सिंह और मुगल साम्राज्य के बीच लड़ा गया था। इतिहास में इस युद्ध का जिक्र आता है। पंजाब के लोगों में चमकौर को लेकर गहरी आस्था है। बात इतिहास की नहीं, यदि वर्तमान की बात करे तो

अब भी यह सीट चर्चाओं में हैं। चरणजीत सिंह चन्नी के तौर पर पंजाब को 111 दिन का सीएम देने वाली इस सीट पर इस बार आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी से है। यानी कह सकते हैं, इस सीट पर मुकाबला चन्नी बनाम चन्नी है। शिअद ने हरमोहन संधू को अपना उम्मीदवार बनाया है।

चमकौर साहिब का इतिहास ?

2017 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने चमकौर साहिब सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला बनाया था। 2017 से पहले इस सीट पर कांग्रेस और शिअद के बीच टक्कर देखने को मिलती थी लेकिन आम आदमी उम्मीदवार ने पिछले चुनावों में कड़ी टक्कर दी लेकिन वो हार गया। उस वक्त आम आदमी पार्टी उम्मीदवार को दूसरा और शिअद उम्मीदवार को तीसरा स्थान मिला था। इस सीट पर 1985 और 1992 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी। जबकि 1997 और 2002 के चुनाव में शिअद का कब्जा रहा।  

चन्नी से चर्चित हो गई सीट

इस सीट से चुनाव लड़ रहे चरणजीत सिंह चन्नी क्योंकि पंजाब के अभी तक सीएम भी हैं, इसलिए चुनाव में यह सीट काफी चर्चित रही है। हर किसी की नजर इस सीट पर टिकी हुई है। हालांकि चरणजीत सिंह चन्ने ने इससे साथ साथ भदोड़ से भी चुनाव लड़ा, लेकिन फिर भी उनकी पहली प्राथमिकता इस सीट को लेकर रही है। यहां के मतदाता के साथ उनका व्यक्तिगत जुड़ाव है। बादल और कैप्टन जैसे स्थापित नेताओं की तरह चरणजीत सिंह चन्नी ने भी खुद को चमकौर साहिब में स्थापित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।