सार
लिस्ट में अंबिका सोनी, प्रताप सिंह बाजवा, सुनील जाखड़, रवनीत सिंह बिट्टू, राजा वडिंग, रमिंदर आंवला और तेजिंदर सिंह बिट्टू शामिल हैं, लेकिन आनंदपुर से लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी सूची से गायब हैं। दिलचस्प बात यह है कि तिवारी राज्य के आठ कांग्रेस सांसदों में से एकमात्र हिंदू सांसद हैं। हिंदुओं की पंजाब में करीब 40 फीसदी आबादी है।
चंडीगढ़ : कांग्रेस (Congress) चाहे कुछ भी कर लें, विवाद साथ-साथ चलते हैं। पंजाब चुनाव (Punjab Chunav 2022) में पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची भी विवादों से न बच सकी। कारण लिस्ट से पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के प्रमुख नेता मनीष तिवारी (Manish Tewari) का बाहर होना। स्टार प्रचारकों की लिस्ट से मनीष तिवारी बाहर रखे गए तो कई वजह तलाशे जाने लगे। जिसमें उनके मुखर तेवर भी शामिल हैं, जिसे वह पार्टी आलाकमान के प्रति समय-समय पर दिखाते रहते हैं।
मनीष तिवारी कांग्रेस के स्टार क्यों नहीं
कांग्रेस ने चुनाव आयोग को 30 स्टार प्रचारकों की लिस्ट सौंपी है। जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh ), राहुल गांधी (Rahul Gandhi), प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi), अशोक गहलोत, भूपेल बघेल और पंजाब के प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu), मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) का नाम शामिल है। इस लिस्ट में अंबिका सोनी, प्रताप सिंह बाजवा, सुनील जाखड़, रवनीत सिंह बिट्टू, राजा वडिंग, रमिंदर आंवला और तेजिंदर सिंह बिट्टू शामिल हैं, लेकिन आनंदपुर से लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी सूची से गायब हैं। दिलचस्प बात यह है कि तिवारी राज्य के आठ कांग्रेस सांसदों में से एकमात्र हिंदू सांसद हैं। हिंदुओं की पंजाब में करीब 40 फीसदी आबादी है।
हिंदू मतदाताओं की अनदेखी के आरोप
इससे पहले सुनील जाखड़ ने भी यह बयान देकर हलचल मचा दी थी कि क्योंकि वह हिंदू हैं, इसलिए सीएम के लिए 40 विधायकों के समर्थन के बाद भी उन्हें यह पद नहीं मिला। तिवारी को बाहर रखने से पार्टी पर हिंदू मतदाताओं अनदेखी के आरोप लग सकते हैं। जानकारों का मानना है कि 23 नेताओं के जी-23 समूह के सदस्य मनीष तिवारी को इसलिए लिस्ट से बाहर रखा गया कि वह समय-समय पर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाते रहे हैं।
कई बार उठा चुके हैं मुखर आवाज
मनीष तिवारी कई महत्वपूर्ण अवसर पर वह पार्टी की लाइन से अलग भी हट गए थे। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सुरक्षा के मुद्दे पर भी उन्होंने पार्टी लाइन से हट कर बयान दिया था। इसलिए माना जा रहा है कि पार्टी के भीतर उनकी अनदेखी कर संदेश दिया जा रहा है कि पार्टी लाइन से हटना स्वीकार नहीं है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जी-23 समूह में शामिल आनंद शर्मा और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा को पंजाब में पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया गया है।
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