सार
सुप्रीम कोर्ट ने 30 साल पुराने सिद्धू के खिलाफ 1988 के रोड रेज के मामले को 25 फरवरी के लिए स्थगित कर दिया है। बता दें कि इस केस में दायर पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करने वाली थी।
चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। लेकिन गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने 33 साल पुराने सिद्धू के खिलाफ 1988 के रोड रेज के मामले को 25 फरवरी के लिए स्थगित कर दिया है। बता दें कि इस केस में दायर पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करने वाली थी।
सिद्धू की कार से टकराने के बाद एक बुजुर्ग की हुई थी मौत
दरअसल, 1988 में रोड पर वाहन टकराने के बाद सिद्धू का एक बुजुर्ग से विवाद हो गया था। इसमें गुरनाम सिंह नाम के व्क्यति की मौत हो गई। मामले में सिद्धू को हाईकोर्ट से तीन साल की सजा सुनाई गई। इस वजह से सिद्धू को अमृतसर सीट से रिजाइन करना पड़ा। हाईकोर्ट से मिली सजा के खिलाफ सिद्धू ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। यहां उन्हें जुर्माना लगा कर 16 मई 2018 को बरी कर दिया।
विधानसभा चुनाव के बाद ही होगा मामले पर फैसला
मृतक परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका लगाई थी। जिसे मंजूर करते हुए कोर्ट ने आज सुनवाई की तारीख निश्चित की थी। जिसको सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस एकके कौल की बैंच सुनवाई करने वाले थे। लेकिन अब यह सुनवाई कोर्ट ने 25 फरवरी तक टाल दी है। यानि विधानसभा चुनाव के बाद ही इस मामले पर फैसला होगा।
सुनवाई से पहले ही माता रानी के दरबार पहुंचे सिद्धू
बता दें कि सिद्धू सुप्रीम कोर्ट सुनवाई से पहले ही माता वैष्णो देवी पहुंचे। जहां उन्होंने माता रानी के दर्शन किए और इसके बाद वह भैरव घाटी जाएंगे। सिद्धू ने यह दौरा ऐसे वक्त पर किया, जब कांग्रेस पंजाब में सीएम चेहरे के लिए सर्वे करा रही है। बताया जा रहा है कि यहां भी सर्वे में सीएम चन्नी उनको पीछे छोड़ते नजर आ रहे हैं।
वैष्णो देवी से ट्वीट कर लिखा-दुष्टा दी विनाश कर
सिद्धू ने अपने जम्मू दौरे पर जाने से पहले एक ट्वीट किया, 'माता वैष्णो देवी ने धर्म के पथ पर माता की कृपा ने हमेशा मेरी रक्षा की है। आशीर्वाद के लिए उनके चरण कमलों पर प्रणाण करता हूं। दुष्टा दा विनाश कर, पंजाब दा कल्याण कर, सच धर्म दी स्थापना कर..'
सिद्धू को एक बाद एक लग रहे झटके
पंजाब की राजनीति पर नजर रखने वालों का कहना है कि भले ही कांग्रेस की ओर से सीएम फेस की कोई घोषणा न की हो, लेकिन ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस चन्नी को ही आगे बढ़ा रही है। क्योंकि उनको उत्तराखंड में भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल किया गया है। लेकिन पार्टी ने पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को एक और तगड़ा झटका दिया। क्योंकि सिद्धू को को इस लिस्ट से बाहर रखा गया है।