सार
पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने सोमवार को भाजपा ज्वाइन कर लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें कांग्रेस में हिंदू होने की वजह से हमेशा ही टारगेट किया जाता रहा है।
चंडीगढ़। हवाओं का रूख मत पूछो मुझसे, घुटन की सियासत दिखाई है तुमने। अब हो गया है नया आगाज, खुल के गूंजेगी मनीषा की आवाज। ट्वीटर पर यह लाइन लिख पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन ने सोमवार को भाजपा ज्वाइन कर लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें कांग्रेस में हिंदू होने की वजह से हमेशा ही टारगेट किया जाता रहा है।
मनीषा गुलाटी ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि 111 दिनों में मेरी डिग्निटी को हर बार हर्ट किया गया। मेरे हिंदू होने पर टारगेट किया गया और पर्सनल रंजिश निकाली गई। उन्होंने कहा कि उन्हें पिछले दिनों धमकियां मिलती रही हैं। पंजाब के एक पॉपुलर नेता ने उन्हें कहा कि माता सीता को इंसाफ नहीं मिला तो आप क्या इंसाफ दिलाएंगी।
मनीषा गुलाटी ने कहा कि चन्नी सरकार आते ही उनका स्टाफ कम कर दिया। उनकी कई ग्रांट रोक दी गई। इस संबंध में जब उन्होंने होम मिनिस्ट्री से बात की तो कोई जवाब नहीं दिया गया। उनकी जान को खतरा था। इंटेलीजेंसी की रिपोर्ट में भी इस तथ्य को उजागर किया गया। इसके बाद भी उनकी सुरक्षा की ओर ध्यान नहीं दिया गया। चन्नी सरकार ने उनपर बहुत हमले किए।
महिला अफसर ने चन्नी पर मीटू के आरोप लगाए थे तो मनीषा ने लिया था सख्त स्टैंड
2018 में जब मीटू मूवमेंट चल रहा था तब पंजाब की एक महिला अफसर ने चरणजीत सिंह चन्नी पर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि चरणजीत सिंह चन्नी ने अश्लील मैसेज उसे भेजे। राज्य महिला आयोग ने इसपर स्वत: संज्ञान लेकर चन्नी को हटाने की मांग की थी। मामला इतना बढ़ गया था कि तब मनीषा धरने पर बैठ गई थी।
उन्होंने कहा था कि वह महिला आईएएस अफसर के लिए इंसाफ चाहती हैं। उन्होंने तब चेतावनी दी थी कि यदि राज्य सरकार ने इस संबंध में कार्रवाई नहीं की तो वह आंदोलन करेंगी। चन्नी तक कैप्टन सरकार में मंत्री थे। बाद में कैप्टन को जब पार्टी ने सीएम पद से हटाया तो चन्नी सीएम बन गए। मनीषा का आरोप है कि सीएम बनते ही चन्नी ने उनसे रंजिश निकालने की कोशिश की।
कैप्टन ने ज्वाइन कराई बीजेपी
बताया जा रहा है कि मनीषा को बीजेपी में लाने की स्क्रिप्ट कैप्टन ने लिखी। इस बात की चर्चा कई दिनों से चल रही थी कि वह बीजेपी में जा सकती हैं। सोमवार को चंडीगढ़ में उन्होंने आखिरकार बीजेपी ज्वाइन कर लिया। भाजपा को सीएम को घेरने का नया मुद्दा मिल गया है। कैप्टन की भी इस वक्त पूरी कोशिश है कि कांग्रेस को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाया जाए। मनीषा को भाजपा में लाना भी उनकी इसी सोच का परिणाम है।
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